प्यी टा। संगीत प्रेमी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कदम बुधवार को म्यांमार के एक बेहतरीन वाद्य की लहरियों ने रोक लिए जिसे वह बेहद गौर से सुनते और सराहते रहे लेकिन उन्होंने इस पर अपना हाथ आजमाने से खुद को रोक लिया।
म्यांमार की राजधानी के अंतरराट्रीय कन्वेंशन सेंटर में एक परंपरागत वादक अपने संगीत उपकरण से जब मधुर स्वर बिखेर रहा था, उसी समय मोदी का वहां से निकलना हुआ। प्रधानमंत्री गौर से इस वाद्य को देखते रहे जिसे एक मंजा हुआ संगीतज्ञ बजा रहा था।
यह उपकरण जापानी जायलोफोन की तरह था जो प्राचीन बर्मा के दरबार में बजाया जाता था। एक नौका की आकृति में बांस की 24 खपच्चियों से बने इस वाद्य ने मोदी को बरबस मोह लिया।
मोदी ने अपनी जापान यात्रा के दौरान वहां ड्रम बजाकर अपने भीतर छुपे संगीतकार की झलक दिखाई थी और इसके बाद कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी एवं महासचिव दिग्विजय सिंह ने राजनीतिक फब्तियां कसीं थीं जो किसी को पसंद नहीं आई थीं। शायद इसी का नतीजा हो कि प्रधानमंत्री पट्टाला के पास रूके तोलेकिन उन्होंने इस पर अपना हुनर आजमाने से खुद को रोक लिया।