भदोही। राहुल गांधी कांग्रेस के कमांडर हैं और वे जहां भी हैं पूरी तरह सुरक्षित हैं। उनकी वापसी खास उपलब्धियों को लेकर होगी। विपक्ष को उसकी चिंता करने की जरुरत नहीं है।
यह बात कांग्रेस के बरिष्ठ नेता व पूर्व केंद्रीय कानून एंव विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने रविवार को उत्तर प्रदेश के भदोही जिले के गोपीगंज में जानेमाने कालीन एक्सपोर्टर एंव केंद्रीय वक्फ काउंसिल के पूर्व सदस्य मोहम्मद रिवाज के भाई मेराज अहमद व अबू हताम के घर एक निजी समारोह में शिरकत करते हुए कहा। इस दौरान यहां देश की जानी मानी प्रशासनिक और राजनीतिक हस्तियां और न्यायिक क्षेत्र से जुड़ी हस्तियां मौजूद थी।
पत्रकारों की ओर से कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी के देश से गायब होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि राहुल गांधी कांग्रेस के कमांडर हैं। वे जहां भी हैं सुरक्षित हैं। उनकी चिंता कांग्रेस को नहीं है। फिर विपक्ष इसे लेकर क्यों परेशान हो रहा है।
राहुल गांधी जब लौटेंगे तो उनके पास खास उपलब्धियां होंगी जिसे पूरी दुनिया देखेगी। कांग्रेस के नेतृत्व की कमान राहुल के बजाय प्रियंका को सौंपे जाने के सवाल पर कहा कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी दोनों भाई बहन हैं। उनमें एक दुसरे के प्रति बेहद लगाव और प्यार है। भाई बहन में इस तरह का प्यार पूरी दुनिया के भाई बहनों में होना चाहिए।
कांग्रेस का नेतृत्व कौन करेगा। यह निर्णय पार्टी की त्रिमुर्ति करेगी यानी उनका इशारा सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और राहुल गांधी तरफ हो सकता है। इस पर किसी को चिंता करने की जरुरत नहीं है। यह कांग्रेस की अपनी चिंता है। दूसरों को चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है।
देश में बेमौसम की बारिश और आए तूफान से फसलों की भारी तबाही और किसानों की बर्बादी पर उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया। बोले इस पर मोदी सरकार हिलाहवाली कर रही है। यह राज्य का नहीं केंद्र का मसला है। किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा हैं। सरकार को इसकी भरपाई के लिए तत्काल कदम उठाना चाहिए। जिससे किसानों के दर्द पर मरहम लगाया जा सके।
समारोह में भारत सरकार के एडीशनल शलीसीटर जनरल राजेश खन्ना, एडीजे असफरफ अंसारी, एडीजे अयाज अहमद, सपा विधायक जाहिद जमाल बेग, गोपीगंज नगर अध्यक्ष प्रहलाददास गुप्त, प्रमुख सचिव केंद्र संजीव मित्तल, प्रमुख सचिव न्याय अनुरुद्ध सिंह, प्रमुख सचिव दीलीप वर्मा, प्रमुख सचिव डिंपल वर्मा, पूर्व डीजीपी देवराज नागर, डीजीपी विजय सिंह, डीजी विजय सिंह, एडीजी जावेद अख्तर, एडीजी प्रशांत कुमार, आईजी वाराणसी अमरेंद्र कुमार सेंगेर, आईजी केएस प्रताप कुमार, डीआईजी मिर्जापुर शिवसागर सिंह, एसपी भदोही अनिल राय, एडिशन सचिव रेल विभाग शिवधन सिंह, पुलिस अधीक्षक भदोही अनिल राय और दूसरी कई नामचीन हस्तियां मौजूद थी।