शिमला। करीब चार माह से बारिश-बर्फबारी का इंतजार कर रहे पहाड़ी प्रदेश हिमाचल में हिमपात होना शुरू हो गया है।
पहाड़ों की रानी शिमला और इससे सटे पर्यटक स्थलों कुफरी, नारकण्डा और फागू में रविवार सुबह सीजन का पहला हल्का हिमपात हुआ। वहीं किन्नौर, लाहौल-स्पीति और चंबा की ऊंची चोटियों पर शनिवार रात से रुक-रुक कर बर्फबारी हो रही है।
धौलाधार की पहाड़ियों पर भी बर्फ की सफेद चादर बिछ गई है। किन्नौर के कल्पा में सुबह साढ़े आठ बजे तक पांच सेंटीमीटर बर्फ दर्ज की गई थी। शिमला में सुबह जैसे ही बर्फ गिरना शुरू हुई, तो पर्यटकों के चेहरे खिल गए।
प्रकृति के इस अदभुत नजारे को देशी-विदेशी पर्यटकों ने अपने कैमरों में कैद किया। व्हाइट क्रिसमस की आस में शिमला के सरकारी और निजी होटल सैलानियों से पैक चल रहे हैं।
बर्फ से लदकद शिमला की सबसे उंची चोटी जाखू सैलानियों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। इसी तरह शिमला से 15 किलोमीटर दूर विख्यात पर्यटन स्थल कुफरी और नारकण्डा में भी बर्फ की सफेद चार बिछ गई है तथा सैलानी यहां अठखेलियां कर रहे हैं।
शिमला में क्रिसमस पर बर्फबारी का अवसर कभी-कभार ही होता है। मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार लगभग 25 वर्ष के बाद राजधानी में क्रिसमस पर बर्फबारी हुई है। इससे पहले वर्ष 1991 में पर्यटकों ने यहां व्हाइट क्रिसमस मनाया था।
वर्ष 2015 में क्रिसमस से एक दिन पहले 24 दिसम्बर को शिमला में हल्की बर्फबारी हुई थी। इस बीच मौसम में आए इस बदलाव से प्रदेश में सर्दी का प्रकोप बढ़ गया है। शिमला का न्यूनतम पारा चार डिग्री लुढ़ककर 3.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है।
लाहौलस्पीति के केलंग में न्यूनतम तापमान माइनस 2.1 डिग्री सेल्सियस रहा और यह राज्य में सबसे ठण्डा रहा।
इसके अलावा किन्नौर जिले के कल्पा में माइनस 1.4, भुंतर में दो, मनाली में 3.4, सुंदरनगर में 5.8, सोलन में सात, नाहन में 8.6, धर्मशाला में 9.8 और उना में 10.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने कल से मौसम के साफ रहने की संभावना जताई है।