मुंबई। केंद्रीय सांख्यिकी विभाग के ताजा आंकड़ों के मुताबिक जुलाई महीने में थोक महंगाई दर 1.62 फीसदी पर पहुंच गया है। यह इससे पहले महीने यानी जून में भी 0.79 फीसदी पर पहुंच गया था। जानकार इस महंगाई का कारण मानसून में देरी को बता रहे हैं।
पिछले महीने भी खाने पीने की वस्तुओं के आसमान छूते दाम के कारण थोक महंगाई की दर बढक़र 0.79 फीसदी पर पहुंच गई। इससे पहले यानी मई महीने में महंगाई दर 0.34 फीसदी थी। महंगाई दर में यह तेजी खाने पीने की वस्तुओं जैसे सब्जी, दाल, चावल के अलावा पेट्रोल की दरों में बढ़ोतरी के कारण देखी गई है।
उल्लेखनीय है कि मई महीने में महंगाई दर 18 महीने बाद पॉजिटिव जोन में आई थी। इससे पहले डेढ़ साल तक महंगाई शून्य के नीचे रही थी। महंगाई के आंकड़ों पर गौर करें तो जून में खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर 7.88 फीसदी रही, जबकि मई में यह 4.23 फीसदी थी।
अंडे 12 फीसदी, उड़द दाल 11 फीसदी, चना 10 फीसदी, चिकन 9 फीसदी, फल सब्जी 6 फीसदी तक महंगे हो गए। इसके अलावा मसूर 5 फीसदी, चाय, बार्ली, बाजरा 4-4 फीसदी, अरहर 3 फीसदी और चावल, मसाले और मूंग 1 फीसदी महंगी हो गई।