इटानगर। मुख्यमंत्री पेमा खांडू अपनी पार्टी पीपीए और राज्य सरकार के कामकाज से अधिक बीजेपी के प्रति ध्यान दे रहे थे। इतना ही नहीं बल्कि वे बीजेपी के इशारे पर काम रहे थे। यह कहना है पीपुल्स पार्टी आफ अरुणाचल के अध्यक्ष काफा बेंगिया का।
मालूम हो कि सीएम पेमा खांडू को पार्टी ने निलंबित कर दिया। पार्टी अध्यक्ष ने कहा कि खांडू बीते अक्टूबर माह से भाजपा में शामिल होने की योजना बना रहे थे। खांडू कभी भी भाजपा में शामिल हो सकते थे। जिसके चलते उन्हें पार्टी से निलंबित किया गया है।
बेंगिया ने बताया कि शुक्रवार को ही पार्टी की बैठक में नए नेता को चुना जाएगा। उन्होंने नए नेता के रूप में तीन लोगों का नाम सामने रखा, जिसमें कामेंग दोलो, तांगा ब्यालिंग और ताकाम पारियो शामिल हैं।
ज्ञात हो कि पीपीए ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त पाए जाने के आरोप में मुख्यमंत्री पेमा खांडू, उप मुख्यमंत्री चोना मेन समेत कुल 7 विधायकों को पार्टी से अस्थायी रूप से पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है।
बेंगिया ने कहा कि पीपीए और भाजपा दोनों पार्टियों की राज्य में गठबंधन वाली सरकार है। बावजूद दोनों पार्टियां अलग-अलग हैं, यह बात खांडू को ध्यान में रखनी चाहिए थी। बेंगिया ने यह भी आरोप लगाया कि खांडू अपनी पार्टी व नेताओं की बात कभी नहीं मानते थे।
वे अपने सलाहकारों की बात सुनकर सारा काम करते थे। जिसके चलते अधिकांश पार्टी के विधायक और जिला स्तर के नेता और कार्यकर्ता मुख्यमंत्री खांडू से नाराज रहते थे। यही नहीं खांडू सरकार को भी ढंग से नहीं चला पा रहे थे। उन्होंने कहा कि पीपीए से लोगों का भरोसा उठ रहा था।
पार्टी ने कई बार उन्हें समझाने का प्रयास किया लेकिन वे कभी नहीं माने। जिसके चलते पार्टी को यह कदम उठाना पड़ा। बेंगिया ने कहा कि यह भागौड़े विधायकों के लिए एक तरह से कड़ा संदेश है कि क्षेत्रीय पार्टी क्या कर सकती है।
https://www.sabguru.com/arunachal-pradesh-chief-minister-pema-khandu-suspended-party/