मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर में नंगे बदन एग्जाम लेने के मामले में पटना उच्च न्यायालय ने रक्षा मंत्रालय से जवाब मांगा है। इस संबंध में रक्षा सचिव को नोटिस दिया गया है।
उधर रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने सेनाअध्यक्ष दलबीर सिंह सुहाग से पूरे मामले की जांचकर रिपोर्ट मांगी है। सेना भर्ती में छात्रों को नंगे बदन बिठाकर परीक्षा लेने से पर उच्च न्यायालय ने खुद संज्ञान लिया था।
इस मामले को गंभीर मानते हुए कोर्ट ने समाचार-पत्र मे छ्पे खबर को ही पीआईएल में तब्दील कर मंगलवार को इसकी लिस्टिंग की। कोर्ट ने इस मामले में एडिशनल सॉलिसिटर जनरल, बिहार को भी नोटिस दिया, ताकि सुनवाई के वक्त वो केंद्र का पक्ष रख सकें।
कोर्ट ने पूछा है कि वह कौन बोर्ड है जो इस तरह की परीक्षा ले रही है। मामले पर अगली सुनवाई 5 अप्रैल को होगी। सेना में भर्ती के लिए केवल अंडरवियर में एग्जाम देने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है।
मंगलवार को पटना उच्च न्यायालय ने इस पर संज्ञान लिया। उच्च न्यायालय के जस्टिस इकबाल अहमद अंसारी और अंजना मिश्रा की बेंच ने कहा कि 100 किमी तो क्या, अगर उच्च न्यायालय से 500 किमी दूर भी ऐसी हरकत की तस्वीर दिखेगी तो भी उच्च न्यायालय जरूर संज्ञान लेगा।
लोकसभा में डिफेंस मिनिस्टर ने इस बारे में आर्मी चीफ से जवाब मांगा है सेना भर्ती बोर्ड के डायरेक्टर कर्नल बीएस गोधारा ने बताया कि हमारा पुराना एक्सपीरियंस बुरा रहा है। लिखित परीक्षा में कोई गड़बड़ी की न हो और कैंडिडेट चीटिंग न करें, इसलिए इस तरह से परीक्षा ली गई है। इस मुद्दे पर राजनीति भी तेज हो गई है।