सीकर। राजस्थान में सत्ता में वापसी की हवा फैलने के बाद कांग्रेसजन उत्साहित है। प्रदेश कांग्रेस की ओर से डीनर पार्टी कर अपनी एक जुटता का संदेश देने का प्रयास किया जा रहा है।
बाहरी तौर पर प्रदर्शित की जा रही एकता को लेकर सीकर जिले में वरिष्ठ कांग्रेसी अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर असमंजस की स्थिति में है।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट के गत तीन दिनों के बीच सीकर प्रवास के दौरान यह स्थिति स्पष्ट रूप से परिलक्षित हुई।
30 सितम्बर को जहां पूर्व मुख्यमंत्री के स्वागत को लेकर कांग्रेस जिलाध्यक्ष व विधायक गोविन्द सिंह डोटासरा सहित अन्य वरिष्ठ नेतागण बढ़ चढ़ कर आगे आ रहे थे वहीं चार अक्टूबर को प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट के स्वागत में दूसरी पीढ़ी के छुटभैये ही दिखाई दिए।
पूरे लावलश्कर के साथ आए दोनो नेताओं के सीकर प्रवास के दौरान सीकर के कांग्रेसजन अपना राजनीतिक आकलन करते ही दिखाई दिए।
गहलोत के साथ जहां जिले के प्रभारी शंकर सिंह पन्नू थे वहीं पायलट के साथ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामेश्वरलाल डूडी व पूर्व मंत्री भवरलाल मेधवाल थे। दोनों के स्वागत कार्यक्रम जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से पूर्व घोषित किए गए थे।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के स्वागत कार्यक्रमों में जिलाध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा, कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी रहे पी.एस.जाट सहित अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी थे।
प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट का स्वागत कार्यक्रम जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से बीकानेर बाईपास पर पूर्व घोषित कार्यक्रम रद्द कर सांवली बाईपास पर धोद विधानसभा क्षेत्र के युवा नेता एवं पूर्व मंत्री परसराम मोरदिया के पुत्र राकेश मोरदिया के नेतृत्व में गिने चुने युवाओं की ओर से कर खानापूर्ति की गई।
यही हाल पायलट के बीकानेर जाने के दौरान लक्ष्मणगढ व फतेहपुर के स्वागत कार्यक्रम का रहा। जिले के कांग्रेसजनों की उपेक्षा से आहत प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने स्वागत में जुटे युवा नेताओं के आग्रह पर भी सीकर के सर्किट हाउस अथावा फतेहपुर की आरटीडीसी की होटल हवेली में अल्पप्रवास करना भी उचित नहीं समझा।