लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय में आए दिन बवाल हो रहा है। कुलानुशासन के बार-बार प्रयास पर भी यह रुकने का नाम नहीं ले रहा है। रुके भी कैसे, जब इसके पीछे विश्वविद्यालय के शिक्षक ही काम कर रहे हैं। ऐसी चर्चाओं का बाजार गर्म है। यह चर्चा छात्र समूहों से लगायत शिक्षक ग्रुपों में भी हो रही है।
विवि परिसर में पिछले कुछ दिनों में अनेक घटनाएं हुईं हैं। इनमें कुछ ऐसे बवाल भी हैं जिन पर विवि प्रशासन ने पहले सख्त रुख अपनाया और बाद में बैकफुट पर आ गया। विवि प्रशासन के इस रवैया से अनेक सवाल खड़े खड़े कर दिए हैं। इन सवालों को विवि परिसर में अनेक छात्र समूहों व शिक्षक ग्रुपों में होने वाली चर्चाएं सही साबित कर रही हैं।
सूत्रों की मानें मानें तो विवि के छात्रावासों में जितनी वारदातें हुई उनके पीछे पांच शिक्षक हैं। जिन पर कुलानुशासक ने नजर गड़ा रखी है। इनके द्वारा चिन्हित शिक्षकों से मीटिंग कर उनकी समस्याएं जानने की योजना भी बनाई जा रही है।
हालांकि कुलानुशासक प्रो. निशी पाण्डेय इस बात को सिरे से नकार रहीं हैं कि छात्रों द्वारा किए जाने वाले किसी भी उपद्रव में शिक्षकों का हाथ है। किसी भी शिक्षक को विवि के खिलाफ छात्रों को भड़काने वाले शिक्षकों को चिह्ति करने की बात भी नकार रहीं हैं। उन्होनें कहा कि बच्चे नदानी कर रहें जल्द ही ठीक हो जायेगें।