नई दिल्ली। जब रिश्तों के बीच लालच आ जाए तो रिश्ता न केवल टूट कर बिखर जाता है बल्कि यह अपराध की दहलीज तक धकेल देता है। ऐसा ही एक मामला अशोक नगर थाना में दर्ज हुआ। जहां दहेज के लालच मे पति ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी। फिलहाल हत्यारा पति तिहाड़ जेल की सलाखों के पीछे पहुंच चुका है।
इस मामले को देख रही एडवोकेट सुचिस्मिता भूयां ने बताया कि उत्तराखंड के ग्राम खोला पट्टी घारमण्डल जनपद टिहरी गढवाल निवासी मोना राणा पुत्री रघुवीर रावत की शादी दो साल पहले हिन्दू रीति रिवाज के साथ उतराखंड में हुई थी।
शादी के कुछ दिन तक पति पत्नी के बीच अच्छे संबंध रहे। बाद में मोना का पति उसे मानसिक रूप से प्रताडित करने लगा। वह बात बात पर उसे पीहर से पैसा लेकर आने की जिद करने लगा। यहां तक की उसने यह धमकी भी दी कि अगर पैसा नहीं लाई तो तुझे घर में नहीं रखूंगा।
पति के दबाव में आकर मोना ने कई बार अपने माता पिता से पैसा लाकर पति की जिद पूरी की। लेकिन दहेजलोभी पति और ससुरालियों की मांग बढती गई। मोना मना करती तो उसके साथ मारपीट की जाती। पैसे की जरूरत पूरी करने के लिए तंग आकर मोना ने अपने घर वालों को न बताकर पति के साथ एक प्राइवेट कम्पनी में नौकरी ज्वाइन कर ली।
मोना की लाख कोशिशों के बाद भी पति नहीं सुधरा और मोना को धमकी दी कि तुझे छोड़कर किसी ओर से शादी कर लूंगा। कई अच्छी लड़की मेरे पीछे पड़ी हैं, अगर तुझे मेरे साथ रहना है तो पैसा अपने घर से लेकर आ। मोना ने कहा की कई बार अपने घर से पैसा लेकर आई हूं अब नहीं लेकर आउंगी। इसी बात पर पति आपे से बाहर हो गया और मोना को जान से मार डाला।
मोना के रिश्तेदार के घर उसके पति का फ़ोन आया और कहा की मोना राणा अब इस दुनिया में नहीं है, रिश्तेदार ने मोना के घर वालों को यह बात बताई कि मोना की मौत हो चुकी है। उसके पति परवीन सिंह राणा का फ़ोन आया था। यह खबर सुनते ही मोना के घर में मातम छा गया। मोना के परीजनों ने उसके पति के खिलाफ थाना न्यू अशोक नगर मे अपना मुकदमा 498A.304/B पंजीकृत कराया है। इसके बाद पुलिस ने मोना के पति परवीन सिंह राणा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।