अगर आपके वाईफाई का नेट धीमा चल रहा है तो समझ जाइए कि कहीं इसका बेजा इस्तेमाल हो रहा है। जिसके बचने के लिए अपने पासवर्ड को बदलते रहने चाहिए और कम्प्यूटर में यह जांच ले कि किस डिवाइस से कनेक्ट किया जा रहा है।
इन चीजों पर अगर गौर नहीं किया गया तो कानूनी पचड़े में आप फस सकते है। केबल को कम्प्यूटर से जोड़ने के झंझट को दूर करने के लिए इन दिनों सरकारी, प्राइवेट कार्यालयों व घरों में लोग वाईफाई का प्रयोग अधिक कर रहे हैं। लेकिन इसका दुरूपयोग भी बहुत तेजी से हो रहा है।
अक्सर बीएसएनएल ऑफिस में ग्राहक शिकायत करते हैं कि हम लोग ज्यादा प्रयोग नहीं करते फिर भी बिल अधिक आ रहा है। इन्ही बातों को लेकर डीएसओ मुकेश सिंह से विस्तार से चर्चा की गई।
उन्होंने बताया कि कार्यालय में अक्सर इस बात की शिकायत आती है कि ब्रांडबैंड का डेटा लिमिटेड समय से पहले खत्म हो गया और नेट धीमा आ रहा है। ऐसे में इस बात की अधिक संभावना रहती है कि वाईफाई का कोई बेजा इस्तेमाल कर रहा है।
उन्होंने बताया कि अगर ब्राडबैंड में यह शिकायत आती है तो ब्राउजर के एड्रेस बार में 192.168.1.1 टाइप कीजिए और उसके बाद अपने एडमिन पेज पर चले जाइए वहां पर आपको डीएचसीपी क्लाइंट लिस्ट लिखा हुआ दिखाई देगा। वहां पर जो भी डिवाइस आपके वाईफाई से कनेक्टेड है वह दिखाई दे जाएगा।
हर डिवाइस का अलग नाम होता है इसलिए अपनी डिवाइस को पहचानना आसान होगा। इसके साथ ही अपने राऊटर के डिफॉल्ट लॉग इन और पासवर्ड को बदल दीजिए।
राऊटर का नाम बदल कर पड़ोसियों के लिए अपने राऊटर की पहचान को भी मुश्किल किया जा सकता है। वायरलेस सेटिंग मेनू में सर्विस सेट आइडेंटिफायर यानी एसएसआईडी मिलेगा जहां से इसको बदला जा सकता है।
राऊटर की सिक्योरिटी सेटिंग में चं2 को चुनिए, क्योंकि इसका एन्क्रिप्सन सबसे बढ़िया है। उन्होंने बताया कि अगर इन बातों का ध्यान नहीं दिया गया तो वाईफाई कस्टमर कानूनी पचड़े में तब फंस सकता है जब कोई इसका गलत दुरूपयोग कर देगा।
पासवर्ड अपने तक रखे सीमित
उन्होंने बताया कि वाईफाई के बेजा इस्तेमाल रोकने का सबसे बढ़िया उपाय है कि पासवर्ड अपने तक सीमित रखें। कार्यालयों में लगे वाईफाई को अधिकारियों व जिम्मेदार कर्मचारियों तक ही पासवर्ड की जानकारी दे।
उन्होंने कहा अक्सर यह देखा जाता है कि कार्यालयों में कर्मचारी अपने हितैषियों को पासवर्ड बता देते है। जिससे वह लोग इसका दुरूपयोग करते है। ऐसे में पासवर्ड को समय-समय पर बदलते रहना चाहिए।