नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा ने प्रवर्तन निदेशालय की ओर से नोटिस जारी होने के बाद फेसबुक पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। वाड्रा ने लैंड डील घोटाला मामलों में कहा कि पिछले 10 साल से भ्रष्टाचार के झूठे मामलों में उन्हें घसीटा जा रहा है।
रॉबर्ट वाड्रा ने गुरुवार सुबह फेसबुक पर लिखा “करीब 10 साल से सरकारें मेरे ऊपर भ्रष्टाचार के झूठे और गलत आरोप लगा रही है। वो लोग मेरे खिलाफ एक भी केस साबित नहीं कर सके।
भविष्य में भी ऐसा कोई आरोप साबित नहीं कर पाएंगे क्योंकि साबित किया जा सकने लायक कुछ है ही नहीं। वाड्रा का कहना है कि उनका इस्तेमाल राजनीतिक हितों के लिए किया जाता रहा है।
उन्होंने आगे लिखा कि मैं जानता हूं कि भविष्य में भी राजनीतिक हितों के लिए प्रयोग होता रहूंगा लेकिन मैं हमेशा सच के साथ अपना सिर ऊंचा उठाकर चलूंगा और इसी ताकत के जरिए अपने बारे में फैला गए दुष्प्रचार का मुकाबला करूंगा।
वाड्रा की इस पोस्ट पर भाजपा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, “रॉबर्ट वाड्रा को समझ लेना चाहिए कि वह बनाना रिपब्लिक में नहीं रह रहे हैं।
अगर उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है तो उन्हें नवर्स होने की जरूरत नहीं है। अगर जमीन के सौदों में भ्रष्टाचार हुआ है तो जांच एजेंसियां इसके खिलाफ कदम उठाएंगी।
गौरतलब है कि वाड्रा पर बीकानेर में जमीन सौदे से जुड़े मामले में ईडी ने हाल ही में उन्हें नोटिस जारी किया था। हरियाणा में कथित जमीन घोटोलों की जांच कर रही जस्टिस धींगरा कमेटी जल्द ही अपनी रिपोर्ट सौंप सकती है।
वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी और डीएलएफ के बीच लेन-देन को ईडी पिछले काफी समय से खंगाल रहा था। ये पूरा लेन-देन का मामला राजस्थान के बीकानेर में स्काईलाइट कंपनी द्वारा खरीदी गई प्रॉपर्टी के मालिकाना हक को ट्रांसफर करने से जुड़ा है। पिछले महीने ही वाड्रा की जमीन से जुड़े मामले में ईडी ने छापेमारी की थी।