नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी से निलंबित नेता कपिल मिश्रा ने छठे दिन सोमवार की शाम अपनी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल तोड़ दी और कहा कि वह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आप के खिलाफ भ्रष्टाचार के अपने आरोपों को लेकर सीबीआई और केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) जाएंगे।
मिश्रा ने ट्वीट किया कि चिकित्सकों ने कहा कि जब तक मैं तरल पदार्थ लेना शुरू नहीं करता, तब तक वे मुझे अस्पताल से नहीं जाने देंगे। मुझे सीबीआई और सीबीडीटी जाना है। इसलिए मैंने तरल पदार्थ लेना शुरू कर दिया है।
एक अन्य ट्वीट में मिश्रा ने कहा कि मंगलवार को हवाला, काला धन, मनी लांडरिंग और फर्जी कंपनियां बनाने की शिकायत लेकर केजरीवाल के खिलाफ मैं सीबीआई और सीबीडीटी के पास जाऊंगा।
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केजरीवाल पर निशाना साधते हुए मिश्रा ने कहा कि झूठ पर खड़ी बुनियाद ढह चुकी है। इसीलिए झूठ फैलाने वाले अपने-अपने घरों में छिप गए हैं। काला धन इकट्ठा करने वाले लोग सच्चाई की गुहार समझ नहीं सकते।
मिश्रा ने रविवार को पार्टी पर निर्वाचन आयोग को पार्टी फंड की सही जानकारी न देने और फर्जी कंपनियों के जरिये धन शोधन का आरोप लगाया था।
हालांकि आप ने मिश्रा के आरोप खारिज करते हुए इसे भारतीय जनता पार्टी की साजिश करार दिया है। आप का कहना है कि भाजपा मिश्रा के जरिये पार्टी पर निशाना साध रही है।
इस बीच सोमवार को केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने मिश्रा की आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें केजरीवाल पर लगाए गए झूठे आरोपों का खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
सुनीता ने ट्वीट कर कहा कि कुदरत का कानून कभी गलत नहीं होता। कपिल ने विश्वासघात और झूठे आरोप के बीज बोए हैं, वह वैसा ही काटेंगे।
कपिल मिश्रा ने दिल्ली सरकार से हटाए जाने के एक दिन बाद सात मई को केजरीवाल पर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन से दो करोड़ रुपए की रिश्वत लेने का आरोप लगाया था। मिश्रा को आठ मई को पार्टी से निलंबित कर दिया गया था।