अबू धाबी। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने साल 2017 तक मंगल ग्रह पर शहर बनाने की अपनी योजना की घोषणा की है। यूएई के उप राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन राशिद अल-मकतूम ने कहा कि परियोजना का नाम ‘मार्स 2017’ दिया जाएगा।
इस परियोजना के तहत अंतर्राष्ट्रीय सहयोग से मंगल ग्रह पर एक एक छोटा शहर और समुदाय का निर्माण किया जाएगा। यूएई के सबसे बड़े शहर दुबई में आयोजित पांचवें विश्व सरकार सम्मेलन के अंत में शेख मोहम्मद ने कहा कि परियोजना में देश के विश्वविद्यालयों के अंतरिक्ष् विज्ञान अनुसंधान और अंतर्राष्ट्रीय वैज्ञानिकों की टीम को भी शामिल किया जाएगा।
शेख ने ट्वीट कर कहा कि मार्स 2017 का उद्देश्य मंगल ग्रह के मानवीय खोज को आगे बढ़ाना और अमीरात के युवाओं के बीच अंतरिक्ष के क्षेत्र में अग्रणी रहने का जूनून पैदा करना है।
एक अधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में शेख मोहम्मद ने कहा है कि मार्स 2017 एक दीर्घकालिक परियोजना है जिसके तहत हमारा पहला उद्देश्य शिक्षा व्यवस्था का विकास करना है जिससे हमारे बच्चे विभिन्न क्षेत्रों में वैज्ञानिक अनुसंधान करने में सक्षम होंगे।
उन्होंने आगे कहा कि मंगल पर तीव्र अंतरिक्ष यात्रा, परिवहन और खाद्य आपूर्ति को लेकर भी अनुसंधान किए जाएंगे। आरंभिक योजना के तहत रोबोट के जरिए मंगल पर शहर निर्माण की परिकल्पना की गई है जिसे वश्व सरकार सम्मेलन के दौरान प्रदर्शित भी किया गया।
सम्मेलन की वैज्ञानिक और अनुसंधान समिति के प्रबंधक सईद अल जरगवी ने सीएनबीसी से कहा कि छह लाख की आबादी के साथ प्रस्तावित शहर करीब-करीब शिकागो के आकार का होगा।
उल्लेखनीय है कि पहले से अनुसंधान और पर्यवेक्षण उपग्रहों के साथ तेल से इतर अपनी अर्थव्यवस्था के विस्तारीकरण के लिए प्रमुख तेल आपूर्तिकर्ता देश अंतरिक्ष के क्षेत्र में जगह बनाने की रणनीति बना रहा है।
यूएई अरब दुनिया का पहला देश है जिसने होप नाम से साल 2015 में अपने मंगल मिशन की शुरुआत की और साल 2021 तक मंगल पर मानवरहित यान भेजने की उसकी योजना है।
विदित हो कि यूएई की अंतरिक्ष एजेंसी अपने विकास मिशन को आगे बढ़ाने के लिए पहले ही अमेरिका, रूस और दुनिया के अन्य देशों के साथ सहयोग कर रही है।