कानपुर। अधिकारियों पर धौंस जमाने के लिए सपा के जनप्रतिनिधि व जिलाध्यक्ष के बिना ही चलाए जा रहे जनता दरबार में एक पीडि़त महिला की जान की आ पड़ी।
सुनवाई न होने के चलते पीडि़त महिला ने पहले डाई पी ली और इसके बाद अपने हाथ की नसें काटकर खुद को लहूलुहान कर लिया। मामला बढ़ता देख सपाई मौके से भाग छूटे और पुलिस आनन-फानन में महिला को अस्पताल में भर्ती कराया जहां महिला की हालत नाजुक बनी हुई है।
मुख्यमंत्री की तर्ज पर शहर में सपा जनप्रतिनिधि व पदाधिकारियों द्वारा जनता दरबार का आयोजन किया जाता है। इसी कड़ी में सोमवार को दोपहर 12 बजे सपा ग्रामीण कार्यालय में बिना जनप्रतिनिधि व जिलाध्यक्ष के जनता दरबार का आयोजन किया गया। इस दौरान पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष ऋषि विश्वकर्मा आई हुई शिकायतों की सुनवाई कर रहे थे, तभी कल्याणपुर से आई नूर बानो ने अपनी समस्या सुनाने लगी।
महिला की समस्या को सुनते ही सपा पदाधिकारी यह कहते हुए पल्ला झाड़ लिया कि कल्याणपुर विधायक सतीश निगम नहीं है, इसलिए हम लोग आपकी समस्या का निराकरण नहीं कर सकते। आजिज होकर महिला ने कार्यालय पर ही डाई पी ली, और अपने बाएं हांथ की नस काटकर अपने को मरणासन्न कर लिया। यह देख पदाधिकारी महिला को कार्यालय से बाहर करते हुए मौके से भाग निकले। सूचना पर पंहुची पुलिस ने महिला को उर्सला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। सपा ग्रामीण जिलाध्यक्ष महेन्द्र सिंह यादव का कहना है कि मैं शहर से बाहर हूं, सीएमओ से बातचीत हुई है महिला का समुचित इलाज चल रहा है।
पुलिस ने महिला से की थी बदसलूकी
जानकारी के अनुसार पीडि़त महिला के बेटे साबेद अंसारी पर चोरी का आरोप पड़ोसी ने लगाया था। इसके बाद 15 मई को रात में पुलिस ने दबिश देकर बेटे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। महिला की शिकायत थी कि दबिश के दौरान पुलिस ने उसके साथ गाली-गलौज करते हुए अभद्रता की थी। जिसकी शिकायत थाना में भी की गई थी, कोई सुनवाई न होते देख महिला ने क्षेत्रीय सपा विधायक सतीश निगम से न्याय की गुहार लगाई थी।
विधायक ने दी थी जनता दरबार में आने की सलाह
सूत्रों के अनुसार पीडि़त महिला ने विधायक सतीश निगम से अभद्रता करने वाले सिपाहियों के खिलाफ कार्यवाही कराने के लिए गुहार लगाई थी। उस दौरान विधायक ने जनता दरबार में महिला को आने को कहा था। लेकिन जब आज विधायक को जनता दरबार में न देख व शिकायत का निराकरण न होता देख आजिज होकर महिला ने अपनी जीवन लीला समाप्त करने की ठान ली। वहीं बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सतेन्द्र द्विवेदी का कहना है कि बिना जनप्रतिनिधि, जिलाध्यक्ष व महामंत्री के जनता दरबार नहीं लगाना चाहिए।