अलवर/नई दिल्ली। भारतीय सेना की एक महिला ऑफिसर ने अपने कमांडिंग अधिकारी के खिलाफ यौन उत्पीडन का मामला दायर किया है। उक्त महिला ऑफिसर ने नारी शक्ति को दर्शाने के लिए इसी साल गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा लिया था।
महिला ऑफिसर के पिता ने रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर को पत्र लिखकर सेना के आला अफसरों पर आरोप लगाया है कि उन्होंने कार्रवाई करने के नाम पर आरोपी को मलाईदार पोस्टिंग दे रहे हैं।
महिला अधिकारी के पिता ने अब रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर को पत्र लिखकर आला अधिकारियों पर आरोप लगाया है कि वे लोग कार्रवाई करने के नाम पर आरोपी को ‘मलाईदार पोस्टिंगÓ दे रहे हैं।
महिला ऑफिसर की तरफ से तकरीबन दो माह पहले शिकायत दायर की गई थी। कार्यस्थल पर यौन उत्पीडन से संबंधित समिति की बैठक इस माह के शुरुआत में हुई और उसने कमांडिंग ऑफिसर के खिलाफ जरूरी कार्रवाई करने की अनुशंसा की। रक्षा सूत्रों के अनुसार सेना मामले पर गौर कर रही है और उचित कार्रवाई की जाएगी।
सिग्नल कोर की 26 वर्षीय कैप्टन राजस्थान में अलवर सैन्य केंद्र में पदस्थापित है और भारतीय सेना में मार्च 2013 में शामिल किया गया था। महिला के पिता ने पत्र में लिखा है कि मैं सेना की एक अधिकारी का अभिमानी पिता हूं जिसने इस साल महिला शक्तिका प्रदर्शन करने के लिए राजपथ पर मार्च में हिस्सा लिया था।
मैं आज बेहद निराश हूं। मेरी निराशा का कारण मेरी बेटी का उसके कमांडिंग ऑफिसर ने यौन उत्पीडऩ किया और उसने आला अधिकारियों से इस बारे में शिकायत की। इतना ही नहीं बल्कि कार्रवाई करने के नाम पर आला अधिकारियों ने उसे (आरोपी को) यूनिट छोडऩे से पहले मलाईदार पोस्टिंग दे दी।
कमांडिंग ऑफिसर ने मेरी बच्ची की छवि को धूमिल करने का फैसला किया। अब मेरी नन्ही बच्ची अपना सिर और कंधा न झुके उसके लिए प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि चूंकि उनकी बेटी की शिकायत अब आखिरकार यौन उत्पीडऩ पर आंतरिक समिति के पास आ गई है इसलिए वह आश्वस्त हैं कि उसके पक्ष को अच्छी तरह सुना जाएगा।