लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी के आशियाना थाना क्षेत्र के एलडीए कालोनी में शनिवार को मिला तीन दिन पुराना शव आजमगढ़ के सुनील कुमार मौर्य का था।
पुलिस ने उसकी हत्या के आरोप में खाली प्लाट के पास ही किराए के मकान में रहने वाली कानपुर के एक लेखपाल की पत्नी को गिरफ्तार किया है। उसने सुनील की हत्या की बात कबूल की है।
पुलिस ने बताया कि हत्या अवैध संबंधों, शादी के दबाव और सुनील द्वारा लिए गए 9 लाख रुपए को लेकर की गई।
शनिवार सुबह आशियाना थाना क्षेत्र के संगम विहार कॉलोनी की सेक्टर एच के एक खाली प्लाट में तीन दिन पुराना शव मिला था, जिसके हाथ-पैरों को चौड़े टेप से बंधे और शव को साड़ी व चादर में लपेटने के बाद पाइप से बांधा गया था। वहीं शरीर पर चोट के निशान थे।
पुलिस को जांच के दौरान एक छत पर सिगरेट के टुकड़े व खून का धब्बा लगा कपड़े का एक टुकड़ा मिला था। लेकिन मृतक की शिनाख्त नहीं हो सकी थी। रविवार को पुलिस ने मृतक की पहचान करते हुए हत्या में शामिल महिला नेहा राठौर को गिरफ्तार कर लिया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार ने बताया कि जांच के दौरान मृतक की पहचान मृतक की पत्नी पुष्पा मौर्या ने अपने पति सुनील कुमार मौर्य पुत्र रामविलास मौर्य मूल निवासी आजमगढ़ और हाल पात रुद्रपुर उत्तराखंड के रूप में की।
उन्होंने बताया कि जांच के दौरान पता चला कि सुनील मौर्य का एक पारिवारिक विवाद को लेकर कानपुर नगर के तहसील बिल्हौर के लेखपाल संजीव राठौर और उसकी पत्नी नेहा राठौर, जो आशियाना के सेक्टर एच के मकान नंबर 23 में किराए पर रहती है, से करीब संबंध हो गए थे।
सुनील ने नेहा के भाई समेत तीन लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर 9 लाख रुपए लिए थे, जिसके बाद से सुनील का नेहा के घर आना जाना बढ़ गया था।
एसएसपी ने बताया कि जांच में यह तथ्य सामने आने के बाद एसओ आशियाना राजकरन शर्मा की टीम ने रविवार को सर्विलास की मदद से पकड़ी के पुल के पास से हिरासत में लिया। उसने पूछताछ में सुनील की हत्या करना स्वीकार किया।
आरोपी महिला ने बताया कि 17 अगस्त की रात सुनील शराब के नशे में उसके घर आया और शादी का दवाब बनाने लगा। उसके द्वारा पहले से 9 लाख रुपए लेने और उसकी मनमानी के कारण नेहा ने सुनील को मारा पीटा, जिसके चलते नशे में धुत सुनील वहीं गिर पड़ा।
इसके बाद उसने अपने साथियों की मदद से सुनील के हाथ पैर पीछे की ओर बांधे और पाईप और साड़ी से बांधने के बाद अपनी छत से बगल के खाली प्लाट में झाड़ियों के बीच फेंक दिया।
गिरफ्तार महिला ने हत्या में अन्य साथियों के शामिल होने की बात स्वीकार की। इसके बाद मुकदमे में धारा 201 बढ़ा दी गई है। साथ ही साथियों की तलाश शुरू कर दी गई है।