भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के एक अस्पताल में नर्सों की लापरवाही के चलते एक गर्भवती महिला की डिलीवरी के आधे घंटे बाद मौत हो गई।
इस दौरान मेडिकल ऑफिसर इमरजेंसी यूनिट में बैठी रहीं, लेकिन नर्सों ने उन्हें जानकारी नहीं दी। महिला की मौत की सूचना पाकर परिजनों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया।
जानकारी के अनुसार रातीबढ़ स्थित महेश धनकर ने अपनी पत्नी सुमन (32) को डिलीवरी के लिए सुबह 9.30 बजे काटजू अस्पताल में भर्ती कराया था।
इस दौरान गायिनकोलॉजी डिपार्टमेंट में ड्यूटी पर तैनात नर्स हेमलता ठाकुर और दीपमाला ने इमरजेंसी यूनिट में बैठी मेडिकल ऑफिसर डॉ. नीलिमा धवन को जानकारी दिए बगैर शाम चार बजे महिला की सामान्य डिलीवरी करा दी।
इसके कुछ समय बाद अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई। महेश धनकर ने बताया कि सुमन की तबीयत बिगडने पर ड्यूटी नर्स हेमलता ठाकुर और दीपमाला से विशेषज्ञ डॉक्टर बुलाकर इलाज कराने की गुहार लगाई थी, जिसे नर्सों ने खारिज कर दिया था।
परिजनों ने दबाव बनाया तो सात बजे उन्हें बताया गया कि महिला की मौत हो चुकी है। इसके बाद अस्पताल में मरीज के परिजनों ने हंगामा कर दिया। वहीं पत्नी के मौत के सदमे में उसका पति बेहोश हो गया।
उसे इलाज के लिए हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सुमन धनकर की मौत के मामले की जांच तीन सदस्यीय कमेटी करेगी।
कमेटी में जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एनयू खांन, जेपी अस्पताल की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. मीनाक्षी पटेल और महेश तिवारी करेंगे।
कमेटी अपनी जांच रिपोर्ट सोमवार को दोपहर 12 बजे तक सौंपेगी। इसके बाद ही मरीज की मौत के कारणों का खुलासा होगा।