सहरसा। जिले के सोनवर्षाराज थाने के देहद पंचायत के मोहनपुर गांव के महादलित टोले में प्रसव के दौरान जुड़वे बच्चे व जच्चा की मौत इलाज के अभाव में हो गई।
घटना के संबंध में बताया जाता है की अनोज सादा की तीस वर्षीया पत्नी सुलेखा देवी को जब प्रसव पीड़ा हुई तो ग्रामीण परंपरा के मुताबिक प्रसव कराया जाने लगा। काफी मशक्कत के बाद दो बच्चे का जन्म हुआ जिसमें एक लड़का व एक लड़की थी।
प्रसूति के बाद महिला को अत्यधिक रक्तस्त्राव होने लगा। गरीब रहने के कारण उसका समुचित इलाज नहीं हो सका। पति भी प्रदेश में मजदूरी कर रहा है। इलाज के अभाव में तीनों जच्चा-बच्चा की मौत बारी-बारी से हो गई। घटना की सूचना पति को दे दी गई।
इस घटना से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। चुकी सरकार द्वारा स्वास्थ पर भारी खर्च करने के बावजूद ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को समुचित स्वास्थ लाभ नहीं मिल पाता है।
नवनिर्वाचित मुखिया तुम सिंह ने पीड़ित के घर पहुंच दाह संस्कार हेतु एक हजार रूपए सहायता राशि परिजन को दी।