गिरिडीह। सदर अस्पताल प्रबंधन ने मानवता और मां की ममता को एक बार फिर तब शर्मसार कर दिया, जब लेवर पेन से तड़प रही ममता देवी (30) ने सरेआम सड़क पर अपने बच्चे को जन्म दिया। घटना रविवार रात की है।
जानकारी के अनुसार ताराटाड़ थाना की ममता प्रसव के लिए सदर अस्पताल आई थी। इस दौरान अस्पताल प्रबंधन ने यह कहकर उसे लौटा दिया कि उसका पहला बच्चा सिजिरियन हुआ था, इसलिए दूसरा बच्चा भी ऑपरेशन से ही होगा और इसके लिए आवश्यक जांच की जरूरत है। जो इस वक्त अस्पताल में संभव नहीं है।
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असहाय होकर ममता का पति अजय दास उसी हालत में ममता को लेकर निजी अस्पताल में भटकता रहा। इस दौरान ममता को पीड़ा हुई और उसने बंगला स्कूल के पास सड़क पर ही बच्चे को जन्म दिया।
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घटना की सूचना पाकर क्षेत्रीय क्लब के सचिव रमेश यादव ने क्षेत्रीय क्लब के एबुलेंस से महिला को सदर अस्पताल पहुंचाया। इसके बाद सुचारू रूप से उसका इलाज किया गया। जच्चा-बच्चा अब पूरी तरह स्वस्थ हैं। ममता के पति अजय दास मजदूरी का काम करते हैं और पहले से उनका एक छह साल का बच्चा है।