अनूपपुर। बुधवार की शाम लगभग 4 बजे अपने तयशुदा समय पर पहुंची बबली को लोगों व मीडियाकर्मियो की मदद से पुलिस के हत्थे चढ़ा तो दिया गया। मामला नौकरी के नाम पर लोगों से पैसे ऐंठने का है। महिला जो अपनी पहचान अलग-अलग नामों से लोगों को बताती है और जिसके साथ पैसे की ठगी करती है उन्हें अपना नाम, पता, परिचय सब गलत बताती है।
उक्त आशय की जानकारी शिकायतकर्ता राकेश विश्वकर्मा से मिली है। राकेश विश्वकर्मा पिता सुखलाल विश्वकर्मा नगर के वार्ड नंबर 9 पीडब्ल्यूडी के पीछे निवास करते हैं, जिनसे 12 जुलाई को बबली नामक यह महिला अपना नाम रामरती परस्ते बताकर मिली थी और उन्हें कॉलरी में नौकरी लगवाने के नाम पर उनके साथ-साथ उनके अन्य साथियों से भी ठगी कर ली थी।
बुधवार को थाने पहुंची उस महिला से पुलिस पूछताछ कर रही थी, इधर शिकायतकर्ता राकेश विश्वकर्मा ने अपने शिकायत पत्र मे पुलिस को बताया कि मेरी नौकरी कॉलरी मे लगाने के नाम पर व मेरे एक साथी नीरज तिवारी कांसा की नौकरी लगवाने के नाम पर मुङासे 84 हजार 500 रूपए ऐंठ चुकी है, मैं इस महिला जो अपना नाम कभी रामरती परस्ते तो कभी राजकुमारी तो कभी सुमन निवासी निमहा व परासी बताती है को नगद क्रमश: 2500,2000, 3000 और 5000 रूपए दिया था।
अपर कलेक्टर बन कर की पहचान
राकेश विश्वकर्मा ने बताया कि एसईसीएल में नौकरी लगाने के नाम पर रूपए लेने वाली महिला ने अपने आपको पहले अपर कलेक्टर बताया और उसे विश्वास में लेने के बाद उससे नौकरी लगाने के एवज में रूपए की मांग की, लेकिन उसके द्वारा इतना रूपए देने में असमर्थता व्यक्त करने पर महिला ने किस्तों में रूपए लेने पर भी नौकरी का दिलासा दिलाया।
बयान में बार बार कर रही बदलाव
चिरमिरी निवासी हॉल अनूपपुर निवासी हिम्मत सिंह से 4.15 लाख रूपए तथा अनूपपुर सांधा निवासी एक पंडित से 2 लाख रूपए लेने की बात कही है। लेकिन महिला ने नामों का खुलासा नहीं किया है। पुलिस की पूछताछ में महिला दर्जनों लोगों से पैसे की बात कह रही है।
वहीं महिला पुलिस को दे रही बयान में बार बार बदलाव कर रही है। जिसके कारण फिलहाल पुलिस ने महिला के खिलाफ प्रकरण दर्ज से इंकार करते हुए मामले की जांच पड़ताल व उसकी पूछताछ पूरी करने के उपरांत मामला दर्ज करने की बात कही है।
संपर्क में आए और युवा
नौकरी मिलने की लालच का विश्वास होने के बाद राकेश व उसके साथी ने अपने अन्य दोस्तों को महिला के कहने पर बुधवार को बुलवाया और जब महिला से वह युवक मिले तो उन्होंने पढ़े-लिखे होने के नाते उससे बात-चीत कुछ गलत समङा में आने पर युवाओं ने पहले उसे एसईसीएल के प्रभावित गांव में उसकी जमीन होने की बात उससे पूछी और वह कहां रहती है क्या करती है किसके माध्यम से नौकरी मिलेगी सब कुछ ङाूठा प्रतीत होने पर युवकों ने 100 डायल पर कॉल किया जिसके बाद वहां से उन्हें कोतवाली में शिकायत करने को कहा गया। कोतवाली में मामला पहुंचने के बाद महिला के झूठ की परत-दर-परत खुलने लगी।
पुलिस ने लिया हिरासत में
नौकरी के नाम पर ठगे गए राकेश विश्वकर्मा व नीरज तिवारी की शिकायत के बाद मौके पर पहुंच कर कोतवाली उपनिरीक्षक ज्योति तिवारी ने महिला को हिरासत में लिया, उसके बाद पुलिस वेन पहुंचने पर उसे कोतवाली लाया गया, जहां पर नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करने वाली रामरती परस्ते उर्फ सुमन परस्ते से पूछताछ शुरू की गई। समाचार लिखे जाने तक पुलिस महिला के द्वारा कितने लोगों से नौकरी लगाने के नाम पर पैसा लिया गया इसका खुलासा नहीं कर सकी।
इनका कहना है
मामले की जानकारी मिलने के बाद मौके पर जाकर तत्काल नौकरी लगाने के नाम पर रूपए लेने वाली महिला को हिरासत में लिया गया है। कोतवाली लाकर पूछताछ की जा रही है। गैर कानूनी कार्य किए जाने के मामले में कठोर कार्यवाही की जाएगी।
ज्योति तिवारी, उपनिरीक्षक कोतवाली अनूपपुर