हनुमानगढ़। हनुमानगढ़ के जंक्शन इलाके में शुक्रवार देर रात एक महिला ने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति व दो बच्चों की धारदार हथियार से नृशंस हत्या कर दी। बाद में दोनों मौके से फरार हो गए।
शनिवार सुबह कमरे में तीनों की लाशें मिलने पर इलाके में सनसनी फैल गई। बड़ी संख्या में लोग घटनास्थल पर जमा हो गए। सूचना मिलने पर पुलिस के आलाधिकारी भी मौके पर पहुंचे और घटनाक्रम की जानकारी ली।
पुलिस को फिलहाल दोनों आरोपियों के बारे में कोई पता नहीं चल पाया है। इलाके में नाकाबंदी कर कई जगह दबिश दी जा रही है।
थानाधिकारी रणवीर सिंह मीणा ने बताया कि सेक्टर 15 के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में शम्भुशरण (44) अपनी पत्नी रीमा और दो बच्चों दीपक (13) ज्योति (10) के साथ रहता था।
रात को पत्नी रीमा (40) ने अपने प्रेमी सुनील के साथ मिलकर धारदार हथियार से वार कर तीनों की हत्या कर दी और मौके से फरार हो गए।
पुलिस का कहना है कि रीमा और सुनील का प्रेम प्रसंग काफी दिनों से चल रहा था और शम्भुशरण को भी इसकी जानकारी थी।
इस बात को लेकर शम्भुशरण व रीमा में कई बार कहासुनी व झगड़ा भी हो चुका था, लेकिन इसके बावजूद रीमा ने प्रेमी सुनील से मिलना बंद नहीं किया।
पिछले कुछ दिनों से शम्भु शरण ने पत्नी पर निगरानी रखना शुरु कर दिया था। इस पर रीमा व उसके प्रेमी सुनील ने उसे रास्ते से हटाने की साजिश बनाई। ,
पुलिस जांच में बताया जा रहा है कि महिला ने अपने पति शंभू शरण की हत्या दो दिन पहले करके शव को संदूक के अंदर छिपाकर रख दिया था, जबकि लड़की ज्योति (13) और लड़का दीपक (10) की हत्या शुक्रवार रात को की।
हत्या कर प्रेमी और प्रेमिका फरार हो गए, लेकिन शनिवार सुबह पुलिस ने उन्हें हरियाणा के अबूबशहर में पकड़ लिया। इस आरोप में पुलिस ने आरोपी रीमा और उसके प्रेमी सुनील यादव को गिरफ्तार करके पूछताछ कर रही है।
पूछताछ में रीमा ने पुलिस को बताया कि उसके पिता का नाम डीडीसिंह यादव था और वे फौजी थे। वे उत्तरप्रदेश के भदोही जिले के रहने वाले थे। जब उसके पिता की पोस्टिंग पंजाब के पटियाला में थी तब शंभूशरण वहीं अंडे की रेहड़ी लगाता था और इसी दौरान दोनों में प्यार हो गया।
इसके बाद रीमा ने शंभूशरण के साथ भागकर शादी कर ली थी। शादी के बाद पता चला कि वह पहले से शादीशुदा है और उसके दो बच्चे हैं। शंभूशरण की बेटी ज्योति नौवीं और दीपक छठी क्लास में पढ़ता था।
पड़ोसियों ने बताया कि शंभूशरण ने 15 दिन पहले ही मकान में शिफ्ट किया था। उस समय सुनील भी उन लोगों के साथ था। सुनील का उनके घर पर काफी आना-जाना लगा रहता था। जिस बीच सुनील और रीमा के बीच अवैध संबंध बने। इससे पहले शंभूशरण सुनील के मकान में रहता था, लेकिन सुनील ने उस मकान को बेच दिया था, जिससे शंभूशरण को मकान खाली करना पड़ा। शंभूशरण दुकानों पर ब्रेड की सप्लाई करता था।
रीमा और सुनील ने बुधवार को शंभू शरण की हत्या कर दी और शव को संदूक में छिपा कर रख दिया। शुक्रवार को सुनील अपनी पत्नी नीलम, उसके बच्चे सौरभ (10) और मानसी (13) को लेकर शंभूशरण के घर आया हुआ था। रात को सभी ने साथ खाना खाया और सो गए।
सभी के सोने के बाद रात करीब ढाई बजे सुनील ने धारदार हथियार से गहरी नींद में सो रहे ज्योति और दीपक की गला रेत कर हत्या कर दी। इस दौरान सुनील की पत्नी और बच्चे उठ गए।
इसके बाद सुनील डर गया और अपनी पत्नी व बच्चों को नहीं मारा। करीब चार बजे सुनील अपनी प्रेमिका के साथ बस स्टैंड आ गया और बस में बैठकर फरार हो गया। उधर, सुनील की पत्नी नीलम अपने दोनों बच्चों के साथ घर पहुंची और सारी घटना के बारे में ससुर अशरफी लाल को बताया।
अशरफी लाल ने मामले की सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही डीएसपी अत्तर सिंह पूनिया, सीआई रणवीरसिंह मीणा मय जाब्ता के मौके पर पहुंचे और तीनों शवों का पोस्टमार्टम करवाया।
मोबाइल लोकेशन के आधार पर कुछ ही घंटों में पुलिस ने हरियाणा के अबूबशहर के बस स्टैंड से दोनों को गिरफ्तार कर लिया।