ठाणे। ठाणे पुलिस की बाल संरक्षण इकाई ने कर्नाटक की 15 वर्षीय एक लड़की को एक महिला पुलिसकर्मी के घर से आजाद कराया और महिला पुलिसकर्मी को गिरफ्तार कर लिया। बालिका को पुलिसकर्मी ने घरेलू सहायक के तौर पर रखा हुआ था।
एक गैर सरकारी संगठन द्वारा नाबालिग लड़की के बारे में की गई शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस उपायुक्त अपराध भरत शेल्के ने महिला पुलिसकर्मी के घर पर गुरुवार को छापा मारा और लड़की को आजाद कराया।
महिलाकर्मी एक आरपीएफ कान्सटेबल है और कल्याण रेलवे पुलिस से संबद्ध है। उसने लड़की को घरेलू सहायक के तौर पर रखा हुआ था।
पुलिस के अनुसार लड़की अपनी सौतेली मां के अत्याचार से परेशान थी। वह गुलबर्गा के अपने घर से भाग आई थी और सीधे कल्याण स्टेशन पर पहुंची। वहां पर 35 वर्षीय महिला कान्सटेबल इंदु केलकर उसे मिली और वह उसे अपने घर ले गई।
पुलिस ने बताया कि लड़की ने महिलाकर्मी को उसके घरवालों से उसके भाग आने की बात छिपाने के लिए कहा। बाद में महिला पुलिसकर्मी ने उससे कथित तौर पर बर्तन साफ करने, घर की साफ -सफाई करने और कई बार खाना बनाने के लिए भी कहा।
केलकर को किशोर न्याय अधिनियम और बाल मजदूरी निषेध एवं नियमन अधिनियम 1986 की उपयुक्त धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि लड़की घर वापसी को लेकर अनिच्छुक थी इसलिए उसे भिवांडी सुधार गृह भेज दिया गया है।