नई दिल्ली। भारत अब विकासशील देश का दर्जा खोकर ‘निम्न मध्य आय’ वाला देश बन गया है। विश्व बैंक ने अपने नए आंकड़े जारी करते हुए देशों को विकसित और विकासशील की श्रेणी में बांटने की प्रथा को खत्म कर दिया है। अब तक कम और मध्यम आय वाले देश विकासशील कहे जाते थे और ज्यादा आय वाले देश विकसित देश कहलाते थे।
अब विकसित देशों को ‘उच्च आय वाले देश’ कहा जाएगा, जबकि भारत, बांग्लादेश और पाकिस्तान जैसे देशों को ‘निम्न मध्य आय’ वाला देश कहा जाएगा। इसके अलावा चीन, मैक्सिको और ब्राजील जैसे देशों को उच्च-मध्य आय वाला देश कहा जाएगा।
हालांकि संयुक्त राष्ट्र अब भी देशों को विकासशील और विकसित की श्रेणी में ही रखता है। संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक पूरी दुनिया में 159 देश विकासशील हैं, जबकि पूरा यूरोप, अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड विकसित देशों की श्रेणी में आते हैं।
भारत से जुड़ी दूसरी महत्वपूर्ण जानकारी यह है कि भारत की प्रति व्यक्ति आय 7.4 प्रतिशत तक बढ़ गई है। सरकार की तरफ से जारी किए गए नए आंकड़ों के मुताबिक भारत की प्रति व्यक्ति आय 86 हज़ार 879 रुपये से बढ़कर 93 हज़ार 293 रुपए हो गई है।
भारत की कुल राष्ट्रीय आय में भी इज़ाफा हुआ है, भारत की कुल राष्ट्रीय आय पिछले वर्ष के मुकाबले 7.5 प्रतिशत बढ़ गई है। 2015-16 के अनुमान के मुताबिक भारत की कुल आय 112 लाख करोड़ रुपए है, जबकि 2014-15 में भारत की कुल आय 104 लाख करोड़ रुपए थी।
भारत में अर्थव्यवस्था की रफ्तार सबसे तेज
भारत की अर्थव्यवस्था से जुड़ी तीसरी महत्वपूर्ण जानकारी ये है कि भारत दुनिया में सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। भारत की अर्थव्यवस्था मार्च के अंत तक 7.6 प्रतिशत की रफ्तार से बढ़ी है। ये रफ्तार दुनिया में सबसे तेज़ है।
विश्व बैंक ने भारत को एक निम्न-मध्यम आय वाले देश का दर्जा दिया है। लेकिन भारत तेज़ी से आगे बढ़ रहा है और एक आकंड़े के मुताबिक भारत 2026 तक उच्च-मध्यम आय वाला देश बन जाएगा, जबकि चीन यह उपलब्धि 2018 में ही हासिल कर सकता है।