नई दिल्ली। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आगाह किया कि आज दुनिया साइबर आतंकवाद, सोशल मीडिया के माध्यम से आतंकवाद, आउटर स्पेस में आतंकवाद और समुद्री सुरक्षा से सम्बन्धित मुद्दों पर आतंकवाद की चुनौतियों का सामना कर रही है और इसकी सूची लगातार बढ़ रही है।
मंगलवार को इंडिया फाउंडेशन द्वारा आयोजित तीसरे काउंटर टेररिज्म कान्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद बहुआयामी है। इस अवसर उन्होंने आतंकवाद पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कथन का उल्लेख किया और कहा कि आइये राजनीति मतभेदों, भेदभाव तथा अच्छे या बुरे आतंकवाद के बीच अंतर करने से ऊपर उठकर और भारत द्वारा प्रस्तावित अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद पर एक व्यापक समझौता को अपनाएं।
उन्होंने कहा कि अब वह समय नहीं है जब आतंकवाद को केवल हिंसा और सामूहिक हत्याओं के रूप में जाना जाता था। इन चुनौतियों को पहचानने और एकजुट होकर इनसे निपटने के लिए तौर-तरीके और मानदण्ड विकसित करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि आतंकवादी गतिविधियों से निपटने के लिए हमें दृढ़ संकल्प के साथ सहयोगी और समन्वित तरीका अपनाना होगा। मनोहर लाल ने वैश्विक समुदाय को आंतकवाद के विरूद्ध एकजुट करने के लिए एक व्यापक काउंटर टेररिज्म रणनीति बनाने की आवश्यकता पर बल दिया ताकि लोग अमन-चैन के माहौल में रह सकें।
उन्होंने सचेत किया की वैश्विक आंतकवाद को पोषित करने वाले अनेक कारक हैं। वैश्विक आतंकवाद को बढ़ावा देने के बहुत से कारक हैं। इनमें धार्मिक कट्टरवाद, गरीबी, सामाजिक-आर्थिक शोषण की नीतियां, आर्थिक संसाधनों का उपनिवेशन करने की इच्छा, बेरोजगारी, सोशल मीडिया का गैर-सैद्धांतिक उपयोग, साइबर स्पेस की अनैतिक पद्धतियां, विभिन्न तरह के सांप्रदायिक हित, राजनीतिक वर्चस्व की इच्छा जैसे कई कारक शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि अपनी पहचान के संकट से ग्रस्त या किसी एक या दूसरे कारण से अपने आप को समाज की मुख्यधारा से अलग-थलग समझने वाले युवा आतंकवादी विचारधारा के समर्थकों के प्रलोभन में आकार आसानी से कट्टरपंथी बन जाते हैं।