भिण्ड। कोई भी राष्ट्र तब तरक्की कर सकता है जब उसके नागरिक राष्ट्रप्रेम से भरे हों। हमारे अन्दर की भावना को मान-प्रतीक जगाते रहते हैं। राष्ट्रध्वज हमारी अस्मिता का प्रतीक है।
यह बात जिलाधीश इलैया राजा टी ने पुलिस लाइन भिण्ड से प्रारंभ हुई ‘राष्ट्रध्वज सम्मान रैली’ को हरी झण्डी दिखाकर रवाना करते हुए कही।
इस अवसर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमृत मीणा, समाजसेवी डॉ. रमेश दुबे, कवि डॉ. सुनील त्रिपाठी निराला, आरआई अरविन्द दांगी, कार्यक्रम संयोजक मोहित दुबे, श्रीकृष्ण हाईस्कूल, एडीएस अकादमी के छात्र, शिक्षक आदि उपस्थित थे।
रैली माधौगंज हाट, किला, गोल मार्केट होते हुए खण्डारोड पर पहुंचकर आमसभा में तब्दील हो गई।
आमसभा को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने कहा कि भिण्ड की शौर्य भूमि अपनी नई पहचान बनाने में प्राणपण से जुट गई है। यहां के युवा ऊर्जावान हैं। राष्ट्रीय ध्वज सम्मान ग्रुप ने भिण्ड में विश्व का सबसे ऊंचा राष्ट्रध्वज टावर बनाने का जो संकल्प लिया है वह शीघ्र ही पूर्ण होगा।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमृत मीणा ने कहा कि संकल्प में शक्ति होती है। हमारा पहला कर्तव्य है कि हम राष्ट्रीय गौरव को अक्षुण्ण रखें। एडवोकेट वीरेन्द्र जैन ने कहा कि युवा शक्ति जो ठान लेती है वह होकर ही रहता है।
मुकेश दीक्षित ने कहा कि राष्ट्रध्वज सम्मान ग्रुप अनुकर्णीय कार्य कर रहा है। राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित साहित्यकार डॉ. सुनील त्रिपाठी निराला ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए कहा कि जिंदा वही हैं जिनमें राष्ट्रप्रेम की धारा प्रवाहित हो रही है। नितिन दीक्षित ने कहा कि हमारा देश विश्व गुरू था और रहेगा।
आमसभा के प्रारंभ में अतिथियों द्वारा भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। तत्पश्चात डॉ. रमेश दुबे के साथ सभी ने वंदे मातरम् का समूहिक गान किया।
डॉ. दुबे ने अपने उद्बोधन में संकल्प दोहराया कि हम सब मिलकर अपनी धरती, अपने देश और अपने भिण्ड को नई पहचान दिलाएंगे। सबसे विशाल ध्वज भिण्ड में लगाकर रहेंगे।
कवि बादल ने चंबल और वीरता की कविता सुनाकर जोश भरा। इस पूरे आयोजन में कुमार उमेश, संजीव सेंगर, मनोज सिंह कुशवाह, उपेन्द्र मिश्रा, अनुराग त्रिपाठी, मुकेश नरवरिया, एसएस नरवरिया, मनीष शर्मा, एएस सेंगर, अरविन्द मिश्रा आद का सराहनीय योगदान रहा।