सिलवासा/वापी। दादरा नगर हवेली के रांधा गांव पधारे आरएसएस राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य इन्द्रेश कुमार ने कहा कि देशद्रोह एवं राष्ट्र के विरोधियों का साथ देने वाले देशभक्त नहीं हो सकते हैं।
जेएनयू में हाल की घटना का स्मरण कराते हुए उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और डी राजा ने देश के विरोध में काम करने वालों का समर्थन किया है। उन्हें देश को खण्डित करने वाले राजनीति से बचना चाहिए। भारत की जनता प्रेम, शांति और देशहित में विश्वास करती है। यहां की भूमि धर्म, पवित्र एवं संस्कारों की सरीता रही है।
वे वनवासी कल्याण आश्रम द्वारा नवनिर्मित आधुनिक बालिका छात्रावास के उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे। उद्घाटन समारोह में सेलोगु्रप के उद्योगपति एवं समाजसेवी सतीश अग्रवाल, वनवासी आश्रम के सह संगठन मंत्री अतुल जोग, उद्योगपति पियुष छेड़ा, उद्योगपति गोपाल काबेल, सांसद नटूभाई पटेल सहित कई गणमान्य हस्तियां मौजूद थी।
उद्घाटन के बाद अतुल जोग ने कहा कि वनवासी कल्याण आश्रम ने पूरे दानह मेें पहचान बना ली है। आश्रम द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न प्रकल्पों द्वारा वनवासी बच्चोंं ने प्रतिभा दिखाकर साबित कर दिया कि वे राष्ट्र के विकास में पीछेे नहीं हैं। वनवासी बच्चों का खेलकूूद, पर्यावरण, सामाजिक बंधुता तथा श्रद्घाजागरण मे उल्लेखनीय योगदान रहा है।
दानह मेें रांधा तथा खानवेल में शुरूआत से छात्रावास चलाये जा रहे हैै। उसमें हजारों वनवासी बंधूू शिक्षा अर्जित कर चुके है। वनों से उपार्जित संपदा द्वारा रोजगार दिलाकर वनवासियों को स्वाभिमान, स्वालबी एवं सशक्त बनाने का आश्रम ने अभियान छेड़ा है। धर्म तथा संस्कृृति की रक्षा करते हुए वनों में छिपी प्रतिभा को देखते हुए वनवासी कल्याण आश्रम ने गांव गांव में शाखा खोल ली है।
सांसद ने कहा कि आदिवासी भारत की पहचान है। उनकी संस्कृृति और सभ्यता देश के लिए गौरव की बात है। वनवासी कल्याण आश्रम ने प्रदेश के बच्चों को सभी क्षेत्रों में नई दिशा दी है। उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। इन्द्रेश कुमार ने कहा कि भारत दुनियां की धार्मिक ताकत है। यहां की संस्कृति देवतुल्य है। 21वीं सदी में भारत विश्व का अग्रणी देश होगा। यहां की मिट्टी में समान, आदर, धर्म, संस्कार के गुण मिले हुए हैं।
देश की एकता और अखण्डता के विरूद्ध देश की जनता एक स्वर भी सुनने को तैयार नहीं है। उन्होंने जोर देकर कहा कि हम इंसान और इंसानियत में विश्वास करते हैं। देश में रहकर भारत मां के विरूद्ध बोलने वालों को कभी माफी नहीं दी जा सकती है। अपने भाषण में उन्होंने कई प्रासंगिक बाते भी दोहराई। समारोह में सूरत, मुंबई एवं आसपास से पधारे उद्योगपति भी उपस्थित थे।
गद्दार चले जाएं पाकिस्तान
इससे पहले मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के मार्गदर्शक इंद्रेश कुमार शनिवार को वापी में थे, जहां उन्होंने विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। शनिवार देर शाम उन्होंने राजस्थान भवन में आयोजित सभा में मुस्लिमों को संबोधित किया।
इस दौरान उन्होंने जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय में मचे घमासान पर कहा कि देश के खिलाफ काम कर पाकिस्तान परस्ती दिखाने वाले गद्दारों को पाकिस्तान चले जाना चाहिए। उन्होंने आतंकवादियों व उनके संगठनों के समर्थन में बोलने वाले लोगों व कट्टरपंथियों तथा पाकिस्तान पर भी प्रहार किया। वहां मौजूद लोगों ने भी उनकी बात का समर्थन किया।
उन्होंने कहा कि जेएनयू मामले को कुछ लोग जानबूझकर विवादित बना रहे हैं। इस मौके पर बड़ी संया में मौजूद मुस्लिम समाज के लोगों के समक्ष उन्होंने वंदेमातरम, आतंकवाद और आईसएआईएस के बढ़ते खतरे के बारे में भी विचार प्रकट किया। उन्होंने कहा जिस मातृभूमि ने हमें सब कुछ दिया उसकी स्तुति से किसी को कोई आपत्ती नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने गत दिनों गौहत्या विवाद के मचे हल्ले पर भी जानबूझकर कुछ लोगों द्वारा माहौल खराब करने की कोशिश बताया। इस दौरान उन्होंने संप्रदायिक एकता व सद्भाव पर जोर देते हुए किसी के बहकावे न आने की सलाह दी। उन्होने बताया कि मुस्लिमों के मन में आरएसएस को लेकर गलत धारणा कुछ लोगों ने फैलाई है।
ऐसी गलत मान्यताओं को दूर करने व मुस्लिम समाज को जागरुक कर देश की उन्नति में सहभागी बनाने के लिए किए जा रहे प्रयासों की भी चर्चा की। इस मौके पर राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के संयोजक बदरुद्दीन हालाणी, सहित कई मुस्लिम अग्रणी और बड़ी संया में मुस्लिम समाज के लोग मौजूद रहे।