सिरोही। राजकीय महाविद्यालय की छात्रसंघ अध्यक्ष के भाई पर बुधवार की रात को जानलेवा हमले के विरोध और आरोपियों को पकडने की मांग को लेकर छात्रसंघ अध्यक्षता रेखा राजपुरोहित के नेतृत्व एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को महाविद्यालय बंद करवाया। कक्षाओं को बहिष्कार करवाने के लिए इन लोगों ने महाविद्यालय के मुख्य दरवाजे पर भी ताला लगवा दिया, इस कारण एनएसयूआई के पदाधिकारियों की एबीवीपी के पदाधिकारियों से जबरदस्त तकरार भी हो गई। वैसे यह बात भी उल्लेखनीय है कि जिस युवक पर हमला हुआ था वह महाविद्यालय का विद्यार्थी नहीं था।
बुधवार रात्रि को राजपुरोहित भवन के सामने मनोज पुरोहित पर हुए हमले के विरोध में छात्रसंघ अध्यक्षा रेखा राजपुरोहित ने एबीवीपी विद्यार्थियों के साथ महाविद्यालय में शैक्षणिक कार्य बंद करवा दिया। इसके बाद इन लोगों ने महाविद्यालय के मुख्य द्वार पर भी ताला लगा दिया। इसी से यहां पर कुछ देर स्थिति विकट हो गई। शिक्षण के लिए यहां पहुंचे छात्र छात्राएं परिसर के बहार ही खडे रहे। इधर सूचना मिलते ही एनएसयूआई के राजेंद्र सिंह जाखोडा, विरेंद्र सिंह जोधा, कुलदीप बालावत, महावीर सिंह जाखोडा, आरिफ ब्लोच भी अन्य कार्यक्रत्ताओं के साथ कांलेज परिसर पहुंंचे और प्रार्चाय से मिलकर विरोध प्रकट किया। एनएसयूआई पदाधिकारीयों का कहना था कि यह मामला कांलेज परिसर के बाहर का है और अपराधिक मामला है। इस मामले में पुलिस जांच कर रही है। इसी मामले को लेकर कांलेज बंद करवाना अनुचित है। इससे छात्र छात्राओं का शिक्षण बाधित हो रहा है। प्रार्चाय ने एनएसयूआई से कहा कि वे चाहे तो शिक्षण कार्य सुचारू करवा सकते है।
जाखोडा ने गेट पर लगाया गया ताला खोल दिया तो इसे फिर से लगाने के लिए दोनों संगठनों के पदाधिकारियों में बहसबाजी तेज हो गई। इसे लेकर जाखोडा और रेखा राजपुरोहित में जबरदस्त बहस भी हो गई।स्थिति बिगडती इससे पहले इस मामले में पुलिस और प्रशासन ने हस्तक्षेप कर दिया। जानकारी मिलने पर एसडीएम ओपी विश्रोई, डीएसपी तेजसिंह, एसएचओ विरेन्द्र सिंह व महिला थानाधिकारी सरोज बैरवा मौक पर पहुंच गई।
प्राचार्य कक्ष में इन लोगों ने छात्रसंघ अध्यक्षा को बताया कि शैक्षणिक कार्य बंद करवाने के बाद महाविद्यालय के गेट पर ताला लगाना अनुचित है। यह नैतिक रूप से भी सही नहीं है क्योंकि महाविद्यालय के स्टाफ को निर्धारित समय तक कार्य करना होगा। इस पर एबीवीपी पदाधिकारी मान गए और मुख्यद्वार को बंद करने की जिद छोडकर चल दिए। महाविद्यालय में शैक्षिक कार्य स्थगित होने के बाद शाम पांच बजे तक कार्यालयी काम होते रहे।
आरोपियों को पकडने के लिए पुलिस दल भेजे
इधर, बुधवार रात्रि को मनोज पर हमला करने वाले एक अन्य आरोपी जालोर जिले के डेचू निवासी भोपालसिंह की तलाश में पुलिस दल गए हुए है। समाचार लिखे जाने तक इनकी गिरफतारी नहीं हो सकी थी। उधर, पकडे गए आरोपी सुरेन्द्रसिंह का उदयपुर में उपचार जारी है।