जयपुर। पिछले सप्ताह अलवर के बहरोड में कथित गौरक्षकों द्वारा मारपीट किए जाने की घटना में एक व्यक्ति की मौत होने के बाद जयपुर नगर निगम अब शहर के साप्ताहिक पशु बाजार को बंद करने पर विचार कर रहा है।
गौरतलब है कि जयपुर के पशु बाजार से गौवंश खरीद पर विभिन्न वाहनों में अलवर की ओर जा रहे कई लोगों के साथ पिछले सप्ताह अलवर के बहरोड में कथित गौरक्षकों ने मारपीट की थी। इसमें घायल हुए पहलू खां की उपचार के दौरान मौत हो गई थी।
जयपुर के महापौर अशोक लाहोटी ने निगम के उपायुक्तों को साप्ताहिक पशु बाजार को बंद करने के बारे में रिपोर्ट देने को कहा है। लाहोटी ने बताया कि परिवहन के जरिये अलवर ले जाए जा रहे गौवंश के बारे में पता चला है कि गौवंश जयपुर के साप्ताहिक पशु बाजार से खरीदे गए थे।
उन्होंने बताया कि पशु बाजार में गौवंश की खरीद फरोख्त करने आने वालों में उत्तर प्रदेश, गुजरात और हरियाणा के लोग स्थानीय लोगों के मुकाबले अधिक होते हैं। हमने इसके लिए जांच के आदेश दिए हैं। इसके बाद शीघ्र यह निर्णय लिया जाएगा कि साप्ताहिक पशु बाजार को चलाया जाना चाहिए या बंद कर देना चाहिए।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के बाहर के लोग पशु बाजार से गौवंश की खरीद फरोख्त करने आते हैं और ऐसी गतिविधियां जो नगर निगम की परिधि में नहीं आतीं, उन पर निगरानी रखना मुश्किल हो जाता हैै। ऐसी परिस्थितियों में स्थानीय लोगों के लिए चलाए जा रहे पशु बाजार को जारी रखने का कोई औचित्य नजर नहीं आता।
जयपुर नगर निगम पशु व्यापारियों को पशु बाजार से पशुओं के परिवहन की स्वीकृति प्रदान करता है। हालांकि प्रदेश के बाहर परिवहन के लिए जिला कलेक्टर की स्वीकृति की आवश्यकता होती है।
जिला कलेक्टर सिद्धार्थ महाजन ने बताया कि उपखंड अधिकारी को प्रदेश के बाहर पशुओं का परिवहन करने के लिए अधिकृत किया गया है।
वहीं, अलवर की घटना के बाद जयपुर के साप्ताहिक पशु बाजार में पशुओं की खरीद फरोख्त में गिरावट आई है, जिससे व्यापारियों में असंतोष है। जयपुर के रामगढ़ मोड़ पर हर शनिवार को पशु बाजार आयोजित किया जाता है।
जयपुर नगर निगम के सूत्रों के अनुसार पशु बाजार में प्रति सप्ताह दो से ढाई करोड़ का व्यापार किया जाता है, लेकिन पिछले सप्ताह अलवर के बहरोड में कथित गौरक्षकों की पिटाई से एक व्यक्ति के मारे जाने की घटना के बाद व्यापार में 50 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है।