लखनऊ। उत्तर प्रदेश की सत्तारुढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) में चल रहा विवाद दीवाली पर्व पर भी कम होता नहीं दिखा। त्योहार के मौके पर भी सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव का कुनबा अलग-थलग दिखा।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के प्रयास के बावजूद दीवाली के मौके पर मुलायम और और चचेरे भाई प्रो. रामगोपाल के बीच मुलाकात नहीं हो सकी। अखिलेश की भी अपने सगे चाचा शिवपाल से मुलाकात नहीं हुई। शायद यह पहला अवसर रहा होगा जब मुलायम परिवार में त्योहार के मौके पर अलग किस्म का खिंचाव दिखा।
अखिलेश यादव अपने परिवार के साथ शनिवार को ही लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे से स्वयं गाड़ी चलाकर अपने गांव सैफई पहुंचे थे। प्रो. रामगोपाल भी दीवाली के अवसर पर गांव आए हुए थे।
मुख्यमंत्री की इच्छा थी कि दीवाली के अवसर पर वह पार्टी मुखिया और प्रो. रामगोपाल के बीच मुलाकात कराने में सफल होंगे लेकिन, मुलायम सैफई गए ही नहीं। दीवाली के मौके पर वह राजधानी लखनऊ में ही रहे।
हांलांकि अखिलेश ने सैफई में चाचा रामगोपाल और परिवार के अन्य लोगों से मुलाकात की। दोपहर बाद हेलीकाप्टर से वह परिवार संग लखनऊ लौट आए। लखनऊ पहुंचते ही मुख्यमंत्री अखिलेश यादव परिवार समेत सीधे मुलायम सिंह से आशीर्वाद लेने उनके आवास पहुंचे।
दीवाली के मौके मुख्यमंत्री अपने सगे चाचा और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल से भी मुलाकात नहीं कर सके। दरअसल मुख्यमंत्री जब लखनऊ आ गए तब शिवपाल सैफई के लिए रवाना हुए।
इस तरह त्योहार के मौके पर इस बार सपा मुखिया का पूरा परिवार अलग-अलग नजर आया। हालांकि, सभी लोग परिवार में सब ठीक होने का दावा भी कर रहे हैं।