नई दिल्ली। गुजरने जा रहे साल 2016 में बॉलीवुड ने जहां ‘उड़ता पंजाब’ को सेंसरशिप विवाद में घिरते देखा, वहीं अभिनेता तथा निर्माता शाहरूख खान और निर्माता निर्देशक करण जौहर अपनी फिल्मों में पाकिस्तानी कलाकारों को लेने की वजह से उलझ गए। अभिनेता सलमान खान का इस साल भी विवादों से नाता नहीं छूटा।
अनुराग कश्यप की फिल्म ‘उड़ता पंजाब’ सेंसरशिप के विवाद में फंस गई। फिल्म का प्रदर्शन रोकने की मांग करते हुए कहा गया कि फिल्म से पंजाब तथा यहां के लोगों की छवि खराब हुई है और इसलिए यह फिल्म प्रदर्शन के लिए अनुपयुक्त है। शाहिद कपूर, आलिया भट्ट, करीना कपूर और दिलजीत दोसांझ अभिनीत यह फिल्म पंजाब में युवाओं में ड्रग्स की लत पर आधारित है।
केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड सीबीएफसी ने इस फिल्म से 89 दृश्य हटाने की मांग की थी। फिल्म के निर्माताओं ने अंतत बंबई उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। अदालत ने महज एक दृश्य हटाने और डिस्क्लेमर के निर्देश के साथ इसकी रिलीज को मंजूरी दे दी।
रिलीज के ठीक एक दिन पहले ही फिल्म ऑनलाइन लीक हो गई और फिल्म के सह-निर्माता अनुराग कश्यप तथा बॉलीवुड कलाकारों ने लोगों से आनलाइन सर्कुलेट हो रही ‘उड़ता पंजाब’ फिल्म की प्रति डाउनलोड नहीं करने बल्कि सिनेमाघरों में जाकर यह फिल्म देखने की अपील की। अभिनेता सलमान खान ने कहा कि फिल्में ऑनलाइन लीक करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
‘उड़ता पंजाब’ के अलावा ‘ग्रेट ग्रैंड मस्ती और सलमान खान अभिनीत ‘सुलतान’ भी आधिकारिक रिलीज से पहले ही ऑनलाइन लीक हुईं। विवेक ओबराय, रितेश देशमुख, आफताब शिवदासानी और उर्वशी रौतेला अभिनीत वयस्क कॉमेडी ‘ग्रेट ग्रैंड मस्ती’ के निर्देशक इंद्र कुमार ने कहा कि फिल्म को रिलीज करने से तीन हफ्ते पहले इसके ऑनलाइन लीक हो जाने से फिल्म ‘मर’ गई और उन्हें ‘काफी’ नुकसान हुआ।
‘मस्ती’ श्रृंखला की इस तीसरी फिल्म के लीक हो जाने के कारण इसकी रिलीज की तारीख 22 जुलाई से बदलकर 15 जुलाई कर दी गई।
‘सुल्तान’ फिल्म की थकाने वाले शूटिंग के अनुभव के बारे में पूछे गए एक सवाल पर सलमान का जवाब उन्हें आलोचनाओं के घेरे में ले आया और महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग ने उन्हें पेश होने के लिए सम्मन जारी कर दिया। ‘सुल्तान’ में सलमान ने एक पहलवान की भूमिका निभाई है। फिल्म की शूटिंग के अनुभव संबंधी सवाल पर उन्होंने कथित तौर पर कहा कि जब मैं शूटिंग के बाद रिंग से बाहर आता था, तब मैं एक बलात्कार पीडि़ता की तरह महसूस करता था। हालांकि, इसके तुरंत बाद सलमान ने कहा था कि मुझे नहीं लगता कि मुझे ऐसा कहना चाहिए था।
सलमान को इस साल ब्राजील की राजधानी रियो डी जेनेरियो में हुए ओलंपिक खेलों के लिए भारतीय दल का सदभावना दूत बनाया गया जिसकी पहलवान योगेश्वर दत्त तथा धावक मिल्खा सिंह ने कड़ी आलोचना की। बहरहाल, साल के आमिर में सलमान को बृहन्मुंबई नगर नगम के खुले में शौच मुक्त ओडीएफ अभियान का ब्रांड अंबेसडर बनने का प्रस्ताव दिया गया जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। नगर निगम के ब्रांड अंबेसडर के नाते सलमान महानगर को स्वच्छ रखने में बीएमसी की मदद करेंगे।
जम्मू कश्मीर के उरी में इस साल हुए आतंकी हमलों के बाद लोगों का पाकिस्तान के प्रति गुस्सा जम कर फूटा और पाकिस्तानी कलाकार भी इसकी आंच से बच नहीं पाए। तब सलमान यह कह कर फिर विवादों में घिर गए कि वह पाकिस्तानी कलाकार हैं, आतंकवादी नहीं और उन्हें यहां आने की अनुमति तथा वीजा सरकार देती है।
निर्माता निर्देशक करण जौहर की ‘ऐ दिल है मुश्किल’ भी उरी हमले की पृष्ठभूमि में पाकिस्तानी कलाकारों के प्रति विरोध के चलते अटक गई। इसमें पाकिस्तानी कलाकार फवाद खान ने भी काम किया है और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना मनसे ने फिल्म की रिलीज का विरोध किया।
अंतत 22 अक्तूबर को बॉलीवुड के फिल्म निर्माताओं ने घोषणा की कि वे भविष्य में पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम नहीं करेंगे जिसके बाद ‘ए दिल है मुश्किल’ के सुगम प्रदर्शन का रास्ता साफ हुआ। इस फिल्म में रणबीर कपूर, ऐश्वर्या राय बच्चन और अनुष्का शर्मा मुख्य किरदारों में हैं।
पाकिस्तानी कलाकारों के विरोध की छाया अभिनेता और निर्माता शाहरूख खान की ‘रईस’ पर भी पड़ रही है जो जनवरी 2017 में रिलीज होनी है। फिल्म में पाकिस्तानी कलाकार माहिरा खान हैं। पिछले दिनों शाहरूख ने मनसे प्रमुख राज ठाकरे से मुलाकात की जिन्होंने बाद में कहा कि शाहरूख ने उन्हें आश्वासन दिया है कि माहिरा फिल्म का प्रमोशन नहीं करेंगी।
पाकिस्तानी गजल गायक गुलाम अली को शिवसेना के विरोध का सामना करना पड़ा जिसके चलते जनवरी में उनका एक म्यूजिक लॉन्च कार्यक्रम रद्द करना पड़ा। अली को टीवी शो के मेजबान से फिल्म निर्माण की दुनिया में आए सुहैब इलियासी की फिल्म ‘घर वापसी’ के म्यूजिक लांच में शामिल होना था। फिल्म में काम करने के अलावा उन्होंने एक देशभक्ति गीत भी गाया है।
इसी साल मुंबई में अहमदनगर जिले के कोपर्डी में एक अवयस्क लड़की की कथित बलात्कार के बाद हत्या के मामले के बाद कुछ विधायकों ने मराठी फिल्म ‘सइरात’ को निशाने पर लिया। फिल्म में एक दलित युवक और मराठा समुदाय की उच्च जाति की युवती की प्रेम कहानी को दिखाया गया है। इस साल रिलीज हुई ‘सइरात’ को आलोचकों ने खूब सराहा। कोपर्डी की घटना के बाद राकांपा विधायक भास्कर जाधव ने कहा कि फिल्म समाज के विभिन्न वर्गों में दरार पैदा कर रही है।
पैन एम उड़ान 73 के कराची हवाईअड्डे से 1986 में हाईजैक होने की सत्य घटना पर आधारित सोनम कपूर अभिनीत फिल्म ‘नीरजा’ को पाकिस्तान में इस आधार पर प्रतिबंधित कर दिया गया कि इसमें देश की खराब छवि प्रदर्शित की गई है।