नई दिल्ली। गैर राजनीतिक आंदोलन ‘स्वराज अभियान’ को लांच करने के एक दिन बाद आम आदमी पार्टी के असंतुष्ट नेता योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण ने बुधवार को संकेत दिए कि अगर उनका आंदोलन सफल होता है तो वे स्वयं के राजनीतिक दल के गठन पर विचार करेंगे।
‘स्वराज अभियान’ का गठन देश में सांस्कृतिक, राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक क्षेत्रों में स्वराज लाने के उद्देश्य से किया गया है।
यहां पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए प्रशांत भूषण ने कहा कि वर्तमान में हम इस तथ्य के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं कि आप अपने संस्थापक सिद्धांतों से भटक गई है। लेकिन इसकी संभावनाएं हैं कि यह आंदोलन एक राजनीतिक पार्टी में बदल सकता है। प्रशांत ने हालांकि कहा कि ऐसा तभी मुमकिन है जब उनका आंदोलन स्वराज के सिद्धांत का पालन करना जारी रखे।
उन्होंने कहा कि आखिरी फैसला तभी लिया जाएगा जब कुछ सालों में इस अभियान की सफलता का विश्लेषण कर लिया जाएगा। गौरतलब है कि आप के दोनों संस्थापक सदस्यों को राष्ट्रीय कार्यकारिणी से 28 मार्च को बाहर कर दिया गया था। दोनों नेताओं ने कहा है कि वे अन्य लोगों की भांति अभी भी पार्टी के संस्थापक सिद्धातों में भरोसा रखते हैं और इसीलिए पार्टी से जुड़े रहेंगे।
योगेंद्र यादव ने कहा कि स्वराज संवाद कोई राजनीतिक पार्टी अथवा कोई गैर सरकारी संगठन नहीं है। हम आरटीआई के अंतर्गत आएंगे। उन्होंने कहा कि स्वराज संवाद एक खुली बातचीत है।
इसका आयोजन मंगलवार को किया गया था, जिसमें स्वराज अभियान के गठन का फैसला किया गया है। स्वराज संवाद न तो कोई राजनीतिक पार्टी है और न ही कोई गैर सरकारी संगठन है। उन्होंने कहा कि यह एक सामूहिक नेतृत्व वाला आंदोलन होगा और यह व्यक्ति केंद्रित नहीं होगा।
आप नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ओर इशारा करते हुए योगेंद्र ने कहा कि हमारा संगठन सामूहिक नेतृत्व वाला होगा। यह व्यक्ति केंद्रित नहीं होगा।
योगेंद्र ने कहा कि पूरे देश में स्वराज यात्राएं आयोजित की जाएंगी जिनके माध्यम से वैकल्पिक राजनीति का संदेश प्रसारित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम एक नया एजेंडा तय करेंगे और उसके अनुसार काम करेंगे। इसके साथ ही एक स्वराज अभियान के लिए एक संचालन समिति का भी गठन किया जाएगा, जिसका नेतृत्व आनंद कुमार करेंगे।
उन्होंने कहा कि स्वराज अभियान के लिए एक संचालन समिति का गठन किया जाएगा, जो कि अगले छह माह में स्वराज अभियान के संबंध में सभी फैसले लेगी। इसमें 100 सदस्य होंगे।
आनंद कुमार ने आप के सदस्यों के साथ-साथ अन्य व्यक्तियों से भी आह्वान किया कि जो लोग अपने नेतृत्व की कार्यप्रणाली से असंतुष्ट महसूस कर रहे हैं वे आएं और उनके आंदोलन से जुड़ें।
आनंद कुमार ने कहा कि मैं आप के उन सभी कार्यकर्ताओं और सदस्यों से आह्वान करता हूं जो अपने नेतृत्व से असंतुष्ट हैं और खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। वे हमारी हेल्पलाइन पर फोन कर हमारे साथ जुड़ सकते हैं।
आप की राजनीतिक मामलों की एक समिति की केजरीवाल के आवास पर बैठक हो रही है। इस बैठक में योगेंद्र और प्रशांत के पार्टी में भविष्य पर फैसला किया जाएगा। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि दोनों नेताओं को पार्टी से बाहर किया जा सकता है।