नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के असंतुष्ट नेता योगेन्द्र यादव ने शनिवार को पार्टी पर पलट वार करते हुए कल देर रात भेजे गये कारण बताओ नोटिस को मज़ाक करार दिया है।
यादव ने ट्वीट के माध्यम से सवाल उठाया कि वे सदस्य जिन्होंने उन पर और प्रशांत भूषण पर पहले आरोप लगाए थे, वे उन पर होने वाली कार्रवाई की समीक्षा करने वाली अनुशासनात्मक समिति के सदस्य कैसे हो सकते हैं?
यादव ने कहा कि उन्हें मिलने से पहले मीडिया को नोटिस की जानकारी कैसे हो गयी? उन्होंने कहा कि अनुशासनात्मक समिति का सदस्य ही यह खबर लीक कर सकता है।
आप ने शुक्रवार को असंतुष्ट नेता योगेन्द्र यादव, प्रशांत भूषण, प्रोफेसर आनंद कुमार और अजित झा को कारण बताओ नोटिस भेजा था। पार्टी ने इन नेताओं की गतिविधियों को कार्रवाई के दायरे में माना है।
नोटिस में चारों नेताओं से सवाल किया गया है कि पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने पर आप सभी को क्यों न पार्टी से निलंबित कर दिया जाये। असंतुष्ट नेताओं को इस नोटिस का जवाब देने के लिए दो दिन का समय दिया गया है।