लखनऊ। लखनऊ मेट्रो पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का ड्रीम प्रोजेक्ट रही है। सोमवार की शाम में ही अखिलेश मेट्रो के भीतर मुलायम सिंह और डिंपल यादव के साथ बैठे। मुलायम के पास आजम खां बैठे।
वह तस्वीर उन्होंने ट्विटर पर साझा की, जिसमें दिख रहा है कि मेट्रो रेल का उद्घाटन पहले एक बार सांकेतिक तौर पर हो चुका है। यही वजह है कि अखिलेश यादव मेट्रो रेल को ‘दूसरे उद्घाटन’ की संज्ञा दे रहे हैं।
अखिलेश यादव के समर्थकों ने सभी 8 मेट्रो स्टेशनों पर अखिलेश के पोस्टर के साथ सांकेतिक उद्घाटन करने की कोशिश की। हर मेट्रो स्टेशन के बाहर सैकड़ों की तादाद में समाजवादी पार्टी के युवा समर्थक जमा हुए और इन लोगों ने ढोल-नगाड़े बजाकर मिठाइयां बांटकर व गुब्बारे उड़ाकर सियासी उद्घाटन किया।
अखिलेश मेट्रो से जुड़ी अपनी यादें ट्विटर पर ताजा कर रहे हैं। साथ ही जनता को यह याद दिलाने से नहीं चूक रहे कि मेट्रो का सपना उनका था, जिसे उन्होंने पूरा तो जरूर किया, लेकिन हरी झंडी नहीं दिखा सके।
लखनऊ मेट्रो रेल कॉपोर्रेशन ने अखिलेश यादव को भी उद्घाटन समारोह के लिए आमंत्रित किया था, लेकिन किन्हीं वजहों से अखिलेश इस समारोह में शरीक नहीं हुए।