कननूर। केरल में बीजेपी-आरएसएस के कार्यकर्ताओं की हत्या के खिलाफ बीजेपी की जनसुरक्षा यात्रा का बुधवार को दूसरा दिन है। इस यात्रा में यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ भी शिरकत कर रहे हैं। वे कीचेरी से कन्नूर तक करीब 10 किलोमीटर तक पदयात्रा करेंगे। केंद्रीय राज्य मंत्री (वित्त) शिवप्रसाद शुक्ला, केरल के फिल्म अभिनेता और भाजपा सांसद सुरेश गोपी और पार्टी के महासचिव अरुण सिंह भी यात्रा में भाग ले रहे हैं। 15 दिनों तक चलने वाली इस यात्रा का आगाज बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने भी 10 किमी की पदयात्रा कर की थी।
यात्रा शुरू करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भाजपा में राजनीतिक हत्याओं के खिलाफ हमारी यात्रा है। हम बीजेपी और संघ के कार्यकर्ताओं की हत्या के खिलाफ लोगों को जागरुक करने का काम करेंगे। कम्युनिस्ट केरल सरकार में अपने विचारधारा के विरोध करने वालों की हत्या कर रही है।
मालूम हो कि केरल के अलावा बीजेपी हर राज्य की राजधानी में प्रदर्शन कर रही है। दिल्ली में भी केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन किया।
15 दिन में केरल के 11 जिलों से होकर गुजरने वाली इस जनसुरक्षा यात्रा के बहाने बीजेपी वामपंथ के गढ़ में सेंध लगाने की कोशिश में है। मंगलवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने केरल के कन्नूर के पयन्नुर से त्रिवेंद्रम तक के लिए इस यात्रा का आगाज किया और खुद भी 10.4 किमी की पदयात्रा की। शाह के साथ केंद्रीय पर्यटन मंत्री केजे अल्फोंस भी थे।
सूत्रों की मानें तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक सोची समझी रणनीति के तहत पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की ‘जन रक्षा यात्रा’ में शामिल होने के लिए केरल भेजा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ योगी को राष्ट्रीय स्तर पर उभारना चाहता है। भाजपा ने उन्हें केरल भेजने से पहले बंगाल, बिहार, मध्य प्रदेश, हरियाणा में विभिन्न कार्यक्रमों में भेज चुकी है।
हत्याओं के लिए मुख्यमंत्री विजयन जिम्मेदार
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन के गृह नगर और सीपीएम के गढ़ में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में हिंसा के लिए विजयन जिम्मेदार हैं। बीजेपी कार्यकर्ता राजनीतिक हत्याओं के पीड़ित हैं। शाह ने कहा कि आज मुझे जो प्रतिक्रिया देखने को मिली है, मुझे पूरा भरोसा है कि केरल के लोग कम्युनिस्ट हिंसा से थक गए हैं और इसका जवाब देंगे।
सबसे ज्यादा कन्नूर में मारे गए भाजपा कार्यकर्ता
बात दें कि बीजेपी की जनसुरक्षा यात्रा शुरू होने से एक दिन पहले सोमवार को तीन बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमले हुए थे, जिसका आरोप वामपंथी कार्यकर्ताओं पर लगे हैं। बीजेपी ने सोमवार को कहा था कि राज्य में वर्ष 2001 के बाद से 120 बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या की जा चुकी है जिनमें से 84 लोग केवल कन्नूर में मारे गए। पिछले साल सीपीएम के सत्ता में आने के बाद से कन्नूर में 14 लोग मारे जा चुके हैं।