लखनऊ। केंद्र सरकार के तीन साल पूरे होने पर कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यहां शनिवार को केंद्र की मोदी सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने उत्तर प्रदेश के किसानों के साथ धोखा किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने भाषणों में गरीब और किसानों की बात करते हैं, लेकिन फायदा उद्योगपतियों को पहुंचाते हैं।
सुरजेवाला ने कहा कि केंद्र सरकार ने उद्योगपतियों का डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज माफ कर दिया, जबकि किसानों का एक पैसा नहीं। उत्तर प्रदेश में किसानों की कर्जमाफी की जो घोषणा की गई है, वह महज धोखा है। बीते तीन में हर साल 12 हजार किसान आत्महत्या कर चुके हैं। योगी सरकार को इस पर श्वेतपत्र जारी करना चाहिए।
कांग्रेस मुख्यालय पर पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने ने कहा कि बीते तीन साल में खाद्यान्न, दलहन एवं तिलहन का कम उत्पादन हुआ। इससे बीते वर्ष एक लाख करोड़ रुपये से अधिक की हानि हुई। फसल बीमा योजना में किसानों को दो से लेकर पांच प्रतिशत बीमित राशि देनी होती है, जो नहीं दी गई।
उन्होंने बताया कि मोदी सरकार की बेरुखी के कारण वर्ष 2014 में 12360 और 2015 में 12502 किसानों ने आत्महत्या कर ली।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि योगी सरकार ने किसानों को धोखा दिया है। फसली ऋण की कर्ज माफी में भी खेल किया गया। राज्यपाल कुछ कह रहे हैं, मंत्रिपरिषद कुछ कह रही है। खैर, जो 36 हजार करोड़ रुपए की कर्जमाफी की घोषणा की गई, उसमें भी 30 हजार करोड़ रुपए फसली ऋण तथा छह हजार करोड़ रुपए एनपीए का होगा। योगी सरकार को इस पर श्वेतपत्र जारी करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि देश के इतिहास में पहली बार उप्र की किसी सरकार ने राज्यपाल के अभिभाषण में संशोधन किया।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा ने 14 दिनों के अंदर गन्ना किसानों का बकाया भुगतान करने का वादा किया था, लेकिन आज भी गन्ना किसानों का 4600 करोड़ रुपया बकाया है। वे 14 दिन कब आएंगे, किसी को नहीं पता।
सुरजेवाला ने बताया कि मोदी सरकार केंद्रीय योजनाओं में धन आवंटन को लगातार कम कर रही है। खाद्य सुरक्षा योजना में 1799 करोड़ से 899 करोड़, कृषि विकास योजना में 8363 से 3559 करोड़ कर दिया गया।
इसी तरह होर्टीकल्चर मिशन में 1068 से 915 करोड़, रेंट पेड एरिया डेवलपमेंट योजना में 304 से 194 करोड़, बंबू मिशन में 125 से 66 करोड़ रुपए कर दिया गया। इसी तरह परंपरागत कृषि विकास योजना का मोदी सरकार ने जमकर गुणगान किया। लेकिन इस योजना में 2015-16 में 226 करोड़ तथा 2016-17 में घटाकर 121 करोड़ कर दिया गया।
योगी आदित्यनाथ द्वारा शुक्रवार को विधानसभा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का गुणगान करने को लेकर सुरजेवाला ने कहा कि सदन में आरएसएस का जिक्र नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि भाजपा को समर्थन प्रदेश की जनता ने दिया है। जनता के गुणगान के बजाय आरएसएस के गुणगान का क्या औचित्य है? यह सदन जनता की समस्याओं पर चर्चा करने के लिए है, आरएसएस की विचारधारा के प्रचार के लिए नहीं।
उन्होंने कहा कि योगी सरकार चेतावनी की सरकार बन गई है। हालत यह है कि 60 दिनों में 600 चेतावनियां दी गईं हैं, निर्देश दिए गए लेकिन काम कुछ भी नहीं किया गया। यह सरकार बदले की भावना से काम कर रही है। लोग अब इसे बदला बदली की सरकार कहने लगे हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता ने एक सवाल के जवाब में कहा कि जब शासक को अहंकार हो जाए तो विनाश निश्चित है।