अयोध्या। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या के बारे में नकारात्मक चर्चा बन्द हो और यह पूरे देश और दुनिया के सामने अपने पुराने वैभव के साथ स्थापित हो। इसके लिए हम काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अयोध्या मानवता की नगरी है।
अयोध्या ने राम राज्य के जरिए दुनिया को मानवता का पाठ पढ़ाया है। अयोध्या ने देश-दुनिया को मानव जाति का मार्ग प्रशस्त करने के सिद्धांत दिए हैं। हम अयोध्या सहित अन्य धार्मिक और पुरातत्व महत्व वाले क्षेत्रों का विकास करेंगे।
मुख्यमंत्री यहां दीपोत्सव के मौके पर रामकथा पार्क में लोगों को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि अयोध्या के बारे में देश और दुनिया के मन में क्या है, इसकी तस्वीर पेश करने के लिए जरूरी था कि दुनिया को मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करने वाली सभी चीजें देने वाली अयोध्या को उसके असल रूप में पेश किया जाए। उसे नकारात्मक चर्चा के बिन्दु से सकारात्मकता तक ले जाने का हमारा अभियान है।
उन्होंने कहा कि रामराज्य में अध्यात्मिकता होगी दरिद्रता नहीं होगी। यहां चार चरणों में विकास कार्यों को गति प्रदान की जायेगी। यह पहला चरण है। अयोध्या ने देश और दुनिया को दीपावली का पर्व दिया, लेकिन अयोध्या स्वयं उपेक्षित रही और प्रहार झेलती रही।
अब ऐसा नहीं होगा अयोध्या और प्रहार नहीं झेलेगी। आज 133 करोड़ की परियोजना का शिलान्यास किया गया है। प्रदेश सरकार हजार वर्षों पूर्व त्रेतायुग की दीपोत्सव स्मृतियों को आपके बीच छोड़ने आई है। हमारा प्रयास है कि लोग अयोध्या के बारे में नकारात्मक सोच बदलकर इसके बारे में सकारात्मक चर्चा करें।
योगी आदित्यनाथ ने केन्द्र सरकार की विभिन्न योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में समर्थ भारत बनाया जा रहा है। गरीब परिवारों के लोगों को आवास, शौचालय, बिजली कनेक्शन, मुफ्त गैस कनेक्शन देने का काम सरकार कर रही है। मानवता के कल्याण के लिए सरकार योजनाएं चलाई जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि जिस गरीब के घर में आजादी के 70 साल बाद भी बिजली नहीं पहुंची, वहां निःशुल्क कनेक्शन के जरिए अगर उसकी झोपड़ी में उजाला हो रहा है, तो उसके लिए यह रामराज्य है। उन्होंने कहा कि जिस गरीब की रसोई में पहली बार रसोई गैस का चूल्हा जला हो, उसके लिए वह रामराज्य है। अपना घर और अपना रोजगार होना रामराज्य है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें खुशहाली के लिए पूर्वजों, महापुरूषों का सम्मान करना पडे़गा। इतिहास को जानना पड़ेगा। अयोध्या को आशंका की नजरों से देखा जा रहा था। अब इसे देश और दुनिया में पहचान दिलायी जाएगी। इस मौके पर उन्होंने अगले साल अयोध्या में रामायण मेला की भी मंशा जताई।
योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान कहा कि अयोध्या राम राज्य की परिकल्पना को साकार करती है। तुलसीदास जी ने रामलीला की शुरुआत की थी। आज इण्डोनेशिया, थाईलैण्ड और श्रीलंका समेत कई देशों में रामलीला होती है। उन्होंने थाईलैण्ड का जिक्र करते हुए कहा कि वहां सभी राजमार्ग भगवान राम के नाम पर हैं, थाईलैण्ड के लोग राम को अपना पूर्वज मानते हैं। उन्होंने अयोध्या में विदेशी कलाकारों की रामलीला के बारे में बताते हुए कहा कि इण्डोनेशिया से यहां आए रामलीला के सभी कलाकार मुस्लिम हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या की नगर निगम की जितनी आबादी है, आज यहां इतने दीपक जलाए जाएंगे। हम यहां 24 घण्टे बिजली देने को तैयार हैं, जबकि पिछली सरकार के कार्यकाल में यहां कुछ घंटे ही बिजली मिलती थी। अयोध्या को हमारी सरकार ने नगर निगम का दर्जा दिया है।
उन्होंने पिछली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वह रावण राज्य था जहां चेहरे और जाति के आधार पर भेदभाव होता था। अब मत, मजहब, जाति और चेहरे के आधार पर भेदभाव नहीं होगा। सबका साथ सबका विकास होगा।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने संकल्प से सिद्धि तक का मंत्र दिया है। उनका संकल्प है कि एक ऐसा भारत बने जो गंदगी, गरीबी, जातिवाद, सम्प्रदायवाद, आतंकवाद, नक्सलवाद से मुक्त हो। भगवान राम उस समय के सबसे बड़े आतंक के पर्याय रावण और उसकी सेना को मारकर अयोध्या लौटे थे।
आज इस देश को जिस दिशा में प्रधानमंत्री ले जा रहे हैं, निरन्तर विकास की योजनाएं चल रही है। हम आप सबको आश्वस्त कर सकते हैं कि एक-एक कर सारे कार्य हो रहे हैं। केवल उस संकल्प के साथ जुड़िए। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अगर ताकत आपके पास होगी, तो ताकत के बल परआप कुछ भी कर सकते हैं। यह ताकत होगी विकास की, जातिवाद से लड़ने की।
इसके बाद मुख्यमंत्री नयाघाट पर सरयू पूजन एवं अभिषेक तथा आरती कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने सरयू जी की आरती करने के साथ दीप प्रज्ज्वलन किया। इसके साथ ही राम की पैड़ी पर दीपों का प्रज्जवलन-लेजर शो का कार्यक्रम किया गया। इस मौके पर 1.71 लाख दीपों का प्रज्ज्वलन कर विश्व रिकार्ड बनाया गया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने राम कथा पार्क में अन्तर्राष्ट्रीय एवं भारत की रामलीलाओं का अवलोकन किया।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने अयोध्या पहुंचने पर रामकथा पार्क पर रामचन्द्र के जीवन चरित्र से सम्बन्धित विभिन्न झांकियों का अवलोकन किया। उन्होंने हेलीपैड पर रामचन्द्र आदि के लीला स्वरूपों का स्वागत किया। इसके बाद बटन दबाकर अयोध्या के विकास के लिए 133 करोड़ रुपये की योजनाओं का शिलान्यास किया।
इस मौके पर उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना, नए बिजली कनेक्शन आदि के लाभार्थियों को प्रतीकात्मक स्वीकृति पत्र वितरण, निराश्रित महिलाओं, वृद्धों एवं बच्चों को वस्त्र वितरण किया। कार्यक्रम में दोनों उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व दिनेश शर्मा, केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा, प्रदेश की पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी सहित योगी मंत्रिमण्डल के सभी सदस्य सांसद और विधायक मौजूद रहे।