शास्त्रों में माना गया है कि खाना और भजन दोनों ही छिपाकर करना चाहिए। खाना खाने से हमारे रक्त और शरीर दोनों में शक्ति आती हैं।। पंच कर्म पद्वति में कहा गया है कि खाना खाते समय हमें ना तो किसी से अपना खाना शेयर करना चाहिए और ना ही किसी के सामने अपना खाना खाना चाहिए। किसी भी इंसान का झूठा खाने से आप के शरीर में उनके नाकारात्मक विचार आ जाते हैं। जिससे आपका स्वभाव भी सामने वाले व्यक्ति की तरह हो जाता हैं। आइए जानते है कि किसी का झूठा खाना खाने के और क्या क्या अंजाम हो सकते हैं?
सुखों में कमी आती है
किसी का झूठा खाना खाने से आपके सुखों में कमी आती है। शास्त्रों में कहा गया है। किसी के साथ खाना शेयर करने या किसी का झूठा खाने से आपके सुखों में बहुत कमी आती हैं।
घर में होता है कलेश
आप मानें या ना मानें लेकिन आप अगर किसी का झूठा खाना खाते हैं तो इससे आपके घर परिवार पर गहरा असर पड़ता है। किसी का झूठा खाकर आपके घर में कलेश होना स्वाभाविक है।
अशुद्ध विचार का मन में आना
यह बात तो स्वाभाविक है कि जिस इंसान का झूठा आप खा रहे हैं, उसके अशुद्ध विचार आपके मन में जरूर आते हैं। जिससे आप के मन मतिष्क में उनकी नाकारात्मक बाते उतर जाती है।