जयपुर। संयुक्त राष्ट्र विश्व लोकतंत्र दिवस के अवसर पर 15 से 17 सितम्बर तक जयपुर में चल रही भारतीय युवा संसद के तीसरे दिन भी युवाओं ने कौशल विकास, राजनीति, रोजगार आदि से जुडे विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।
भारतीय युवा संसद के खुले सत्र में राजनीतिक विचारक के एन गोविन्दाचार्य ने युवाओं से संवाद स्थापित किया।
उन्होंने युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि युवा अपने सामाजिक दायित्वों को समझें। गंगा नदी की स$फाई से जुड़े मुद्दे पर उन्होंने कहा कि जो लोग गंगा नदी की स$फाई से जुड़े मुद्दों पर कार्य कर रहे हैं, उन्हें अपना ध्यान केवल उन्हीं मुद्दों पर रखना चाहिए, राजनीति जैसे अन्य मामलों में नहीं आना चाहिए।
उन्होंने गाय बचाने का आह्वान भी किया। राजनीति में व्याप्त खामियों पर बोलते हुए गोविन्दाचार्य ने बताया कि बीते कुछ समय से इसमें सुधार हो रहा है। चुनाव आयोग की ओर से लगातार नए नए सुधार किए जा रहे हैं।
एक नए सुधार के तहत हर प्रत्याशी जो चुनाव मैदान में हो, उसका फोटो ईवीएम मशीन पर लगा होना चाहिए क्योंकि इससे आम जनता से उस चेहरे का जुड़ाव होना या न होना तय हो जाएगा, बाद में एक समय ऐसा भी आना चाहिए जब सभी प्रत्याशियों एवं पार्टियों के प्रतीक चिह्न ईवीएम से हटा लिए जाने चाहिए क्योंकि वर्तमान में हम जनप्रतिनिधि नहीं चुनकर दल प्रतिनिधि का चुनाव करते हैं।
उन्होंने कहा कि मेरा यह मानना है कि लोकतंत्र की मजबूती के लिए पार्टियों के सिम्बल पाने की होड़ को खत्म करना होगा। कार्यक्रम के तीसरे दिन पहले सत्र में वरिष्ठ पत्रकार विजय त्रिवेदी, गोरखपुर से आए प्रोफेसर डॉ. प्रकाशमणि त्रिपाठी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट एवं राज्यसभा सांसद तरुण विजय ने युवाओं को संबोधित किया।
वरिष्ठ पत्रकार विजय त्रिवेदी ने युवाओं को राजनीति एवं मीडिया की समकालीन परिस्थितियों से रूबरू कराया। गोरखपुर से आए प्रोफेसर डॉ. प्रकाशमणि त्रिपाठी ने आरक्षण की आवश्यकता सहित विभिन्न प्रश्नों के जवाब दिए। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि युवा अपनी सोच को सही दिशा देने का प्रयास करें जिससे कि हमारा देश प्रगति की ओर प्रशस्त हो।
राजनीतिक दलों की भिन्न विचारधारा पर उन्होंने कहा कि देश में आज चाहे अनेक राजनीतिक दल हों उनमें मतभेद जरूर हो सकता है, लेकिन मनभेद नहीं है और यही वजह है कि सभी राजनीतिक दल देश को विकास की दिशा में ले जाना चाहते हैं। उन्होंने युवाओं से सक्रिय राजनीति में आने का आह्वान किया, साथ ही सक्रिय राजनीति में आना सम्भव नहीं होने पर अपनी सरकार को जवाबदेह बनाने का प्रयत्न करना चाहिए।
राज्यसभा सांसद तरुण विजय ने अपने उद्बोधन की शुरुआत महान वीरों एवं महापुरुषों से करते हुए कहा कि आज विश्व में सर्वाधिक युवा भारत में हैं तथा देश की तस्वीर बदल सकते हैं। उन्होंने देश में महिला सशक्तिकरण से जुडे मुद्दों पर भी चर्चा की। युवाओं के प्रश्नों के उत्तर देते हुए तरुण विजय ने कहा कि आज देश निर्माण में सर्वाधिक आवश्यकता युवाओं की है।