जयपुर। जयपुर बुकमार्क (जेबीएम) का चौथा संस्करण जी-जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल स्थल डिग्गी पैलेस में 18 से 23 जनवरी तक आयोजित होगा।
इस दौरान प्रकाशकों, साहित्यिक एजेंटों, लेखकों, अनुवाद एजेंसियों को मिलने, कारोबारी अनुबंध करने, दुनियाभर से आए वक्ताओं को सुनने और करार करने का भी मौका मिलेगा।
ज़ी जयपुर लिट्रेचर फेस्टिवल के संजय के. रॉय, नमिता गोखले और विलियम डालरिंपल ने बताया कि जेबीएम 2017 में अनुवाद पर प्रमुख ज़ोर रहेगा। इस बार भारत के पूर्वी राज्यों के जैसे बंगाल, असम, मणिपुर तथा ओडिशा के साहित्य को अधिक बड़े पैमाने पर दर्शकों तक ले जाना चाहते हैं।
जयपुर बुकमार्क ग्लोबल ट्रांसलेशन राइट्स कैटलॉग 2017 में भी इन क्षेत्रों के लेखन को शामिल किया जाएगा। संजय रॉय ने बताया कि विभिन्न सत्रों की श्रृंखला के दौरान लेखक और अनुवादक अपने नए काम को गंभीरता से पढ़ने और सुनाने के लिए एक मंच पर इकट्ठा होंगे।
जिसमें रॉबर्टो कलासो की आर्डोर, जो प्राचीन भारतीय दर्शन पर आधारित इतालवी, अंग्रेजी और हिंदी में उनके नवीनतम विचारों का संग्रह है, विवेक शानबाग की घाचर घोचर-जो मध्यम वर्गीय शहरी भारतीय के जीवन की झलक पेश करती है और यू.आर. अनंतमूर्ति की सेमिनल बारा-जो भारतीय लोकतंत्र की वास्तविकताओं से परिचित कराती है, आदि पर चर्चा होगी।
‘ट्रांसलेशनः ए केस स्टडी इन लिट्रेरी एक्सचेंज’ में राधा चक्रवर्ती, नवीन किशोर, निर्मल कांति भट्टाचार्जी, गुइलर्मो रॉडरिगुएज और रेबा सोम सहित एक पैनल महाश्वेता देवी और रबिंद्रनाथ टैगोर की कृतियों के अनुवाद पर पर चर्चा करेगा।
डिजिटल दौर पर होगा मंथन जयपुर बुकमार्क में डिजिटल माध्यमों के बढ़ते दखल के बारे में ‘डिजिटल कंटेंटः बाइनरीज़ ऑफ इंपावरमेंट’ समेत विभिन्न सत्रों में चर्चा की जाएगी और इसके तहत नई पीढ़ियों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्मों द्वारा मुहैया कराए जाने वाले व्यापक डिजिटल नॉलेज के बारे में चर्चा करने के साथ ही इसे दुनिया भर को मुहैया कराने में अनुवाद की महत्वपूर्ण भूमिका पर भी बातें होंगी।
अंतरराष्ट्रीय डेलीगेट्स के साथ जोरदार सत्र जयपुर बुकमार्क में एक उच्चस्तरीय ईयू प्रतिनिधिमंडल जिसमें रोमन सिमिक, रूमेना बुजारोव्स्का, एलुनेड ग्रामिक, इंगा जोल्यूड, जेनेट वेवर-पास्क्वालिनी, एलेक्जेंडरा बुशलर और क्लेरी एजोपार्डी शामिल हैं, लिट्रेरी यूरोप लिव इन इंडिया 2017 में प्रकाशन के अवसरों और परस्पर सहयोगों को परखेंगे।
जयपुर बुकमार्क में एक उच्चस्तरीय ऑस्ट्रेलियाई प्रतिनिधिमंडल की हिस्सेदारी के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाओं पर ध्यान केंद्रित करने की बात साझा की जाएगी। साथ ही स्विटजरलैंड, जर्मनी, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया और भारत के विषेशज्ञों के साथ कॉपीराइट और बौद्धिक संपदा अधिकारों के इर्दगिर्द वैश्विक मसलों पर भी एक सत्र आयोजित किया जाएगा।
जयपुर बुकमार्क में सेलिब्रेटिंग बुकसेलर्सः क्यूरेटिंग रीडिंग लिस्ट्स ई-बुक के जमाने में ईंट-पत्थर से बने बुकस्टोर्स को समर्पित सत्र होगा जिसमें भारत और दुनिया भर के प्रमुख बुक स्टोर से आए प्रतिनिधि पढ़ने के विकल्प तलाशने और ऑनलाइन और ऑफलाइन पाठकों के लिए किताबों की सूची बनाने में जुड़ाव रखने वाले बुकसेलर्स की भूमिका पर चर्चा करेंगे।
एल्गोरिथ्म्स ऑफ इंडियन मार्केट में आज की सोशल मीडिया से चलने वाली जटिल दुनिया किताबों का प्रचार करने की कला पर चर्चा की जाएगी। भारतीय पुस्तक कारोबार से जुड़े सबसे अधिक बिकने वाले लेखकों, बिजनेस डेवलपमेंट विषेशज्ञों और मार्केटिंग रणनीतिज्ञों ने इस सत्र में गतिशील भारतीय बाजार के परिदृश्य को समझने को लेकर अपनी सफलता का फॉर्मूला साझा करेंगे।
इसके अलावा प्रकाशन की हालिया भूमिका और उसमें हुए बदलावों और तकनीकी प्रधान समाज में कंटेंट तैयार करने के बारे में भी चर्चा होगी।