नई दिल्ली। दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के अगले दो दिनों में केरल के तट पर पहुंचने की उम्मीद है। इससे पहले मौसम विभाग ने कहा था कि मॉनसून सात जून को केरल के तट पर पहुंच सकता है।
हालांकि भीषण गर्मी से जूझ रहे उत्तर-पश्चिम भारत में आने वाले चार-पांच दिनों में तापमान में‘कोई महत्वपूर्ण’ बदलाव देखने को नहीं मिलेगा। भारतीय मौसम विभाग ने कहा कि केरल में अगले 48 घंटे में दक्षिण-पश्चिम मानसून के पहुंचने के अनुकूल परिस्थितियां बनी हुई हैं। विभाग ने कहा कि अनुमान में गलती की गुंजाइश के तौर पर मानसून के चार दिन आगे या पीछे होने की बात कही गई थी।
मौसम विभाग ने तटीय कर्नाटक, केरल, अरूणाचल प्रदेश, दक्षिण भीतरी कर्नाटक और लक्षदीप में बहुत तेज बारिश का अनुमान लगाया है। तेलंगाना और उत्तरी कर्नाटक के भीतरी इलाकों में बादलों की गरज के साथ बारिश और आंधी आ सकती है। उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम,मेघालय, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के दूरदराज के इलाकों में भी भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।
इस बीच राजस्थान के कुछ इलाकों और पश्चिम एवं पूर्व मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, दक्षिण उत्तर प्रदेश और गुजरात में लू की स्थिति बने रहने का अनुमान है। देश के कई हिस्सों में सोमवार को तापमान 40 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया जबकि राजस्थान में चुरू 48.5 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे गर्म स्थान रहा। इस बीच दक्षिण पश्चिम मानसून के अगले दो दिन में केरल पहुंचने की संभावना है।भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार केरल में दक्षिण पश्चिम मानसून के अगले दो दिन में आने की पूरी संभावना बन रही है।