लीड्स। भारत हेडिंग्ले क्रिकेट मैदान पर खेला गया सीरिज का आखिरी एकदिवसीय मैच भले ही 41 रनों से हार गया लेकिन टीम 3-1 से सीरिज जीतने में कामयाब हुई। भारत ने 24 साल बाद इंग्लैंड की धरती पर कोई एकदिवसीय सीरिज जीती है। सुरैश रैना को मैन ऑफ सीरीज जबकि इंग्लिश बल्लेबाज जोए रूट को मैन ऑफ द मैच से नवाजा गया।…
आखिरी मैच में भारत के सामने जीत के लिए 295 रनों का लक्ष्य था लेकिन टीम इंडिया 48.4 ओवर में 253 रन बनाकर आउट हो गई। रविंद्र जडेजा (87) आखिरी बल्लेबाज के रूप में पवेलियन लौटे। जाते-जाते हालांकि उन्होंने अपने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी से दर्शकों का खूब मनोरंजन किया।
जडेजा और उमेश यादव के बीच दसवें विकेट के लिए चार ओवरों में 11 की औसत से 44 रनों की साझेदारी हुई जबकि इसमें 43 रन जडेजा के बल्ले से आए। उमेश बिना खाता खोले नाबाद लौटे।
इससे पहले इंग्लैंड द्वारा रखे 295 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरूआत खराब रही और सलामी बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए। रहाणे का विकेट जेम्स एंडरसन ने लिया। इसके बाद शिखर धवन (31) का साथ निभाने आए विराट कोहली (13) को भी एंडरसन ने कुक के हाथों कैच करा भारत को दूसरा झटका दिया।
भारत अभी 50 का आंकड़ा छू भी नहीं सका था कि 49 की कुल रनसंख्या पर टीम को धवन के रूप में तीसरा झटका लगा। भारतीय टीम इन शुरूआती झटकों से उबर नहीं सकी और लगातार अंतराल पर उसके विकेट गिरते रहे।
इस बीच हालांकि सुरेश रैना (18) और अंबाती रायडू (53) के बीच चौथे विकेट के लिए 42 रन, रायडू और कप्तान महेंद्र सिंह धौनी (29) के बीच पांचवें विकेट के लिए 41 रन और फिर धौनी और जडेजा के बीच छठे विकेट के लिए 41 रनों की छोटी-छोटी साझेदारियां जरूर हुई लेकिन जीत के लिए यह नाकाफी ही रहे।
इससे पहले टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड ने जोए रूट (113) और जोस बटलर (49) की बेहतरीन पारियों की बदौलत शुरूआती झटकों से उबरते हुए सात विकेट के नुकसान पर 294 रन बनाए। रूट और बटलर ने पांचवे विकेट के लिए 81 गेंदों पर तेज 108 रनों की साझेदारी की। रूट ने अपनी पारी में 10 चौके और तीन छक्के जमाए।
इंग्लैंड ने आखिरी 15 ओवरों में 143 रन बनाए। इंग्लैंड की ओर से कप्तान एलिस्टर कुक ने 46 रन बनाए। इयान मॉर्गन ने 14 रन बनाकर आउट हुए। वहीं, आखिरी ओवरों में बेन स्टोक्स ने तेज गति से 23 गेंदों में नाबाद 33 रन बनाए। स्टेक्स ने अपनी पारी में तीन चौके और दो छक्के लगाए।
भारत की ओर से मोहम्मद समी ने दो जबकि भुवनेश्वर कुमार और उमेश को एक-एक सफलता मिली। रविचंद्रन अश्विन और रैना ने भी एक-एक विकेट लिया। इंग्लैंड के सबसे सफल बल्लेबाज बेन स्टोक्स रहे। उन्हें तीन सफलताए मिलीं। एंडरसन, मोइन अली और स्टेवेन फिन को दो-दो सफलताएं मिली।