लंदन। सितंबर माह की शुरुआत में ब्रिटेन को नया प्रधानमंत्री मिल सकता है। यह बात मंगलवार को ब्रिटेन की सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी ने कही है।
पार्टी के सांसद ग्राहम ब्रैडी ने कहा कि पार्टी ने तय किया है कि प्रधानमंत्री के पद के लिये चुनाव अगले सप्ताह से शुरू हो जाएं और 2 सितंबर तक इसके नतीजे आ जाना चाहिए।
कंजरवेटिव पार्टी के साथ साथ देश के आम लोग वास्तव में निश्चितता चाहते हैं। ब्रैडी ने कहा कि हमें एक संकल्प लेना होगा और इस प्रक्रिया को व्यावहारिक रूप से जितनी जल्दी निपटाया जा सके, हमारे लिए उतना अच्छा होगा।
पिछले दिनों ब्रिटेन में हुए जनमत संग्रह में ब्रिटेन के 50 फीसदी से ज्यादा मतदाताओं ने प्रधानमंत्री डेविड कैमरून की सलाह के खिलाफ 28 सदस्यीय गुट यूरोपीय संघ (ईयू) को छोडऩे के पक्ष में मतदान किया था।
जनमत संग्रह के नतीजे समाने आने के बाद कैमरन ने घोषणा की थी कि वे अक्टूबर तक इस्तीफा दे देगें। हालांकि कैमरून से इस बात का आग्रह किया जा रहा है कि वे ब्रिटेन के ईयू से अलग होने की प्रक्रिया तक प्रधानमंत्री पद पर बने रहें, लेकिन फिलहाल कैमरून ने अपना फैसला बदला नहीं है।
कौन होगा अगला प्रधानमंत्री?
डेविड कैमरून के बाद ब्रिटेन का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा, इसके लिए अभी से कयास लगाए जाने लगे हैं। कुछ लोग आउट कैम्पेन के लीडर और लंदन के पूर्व मेयर बोरिस जॉनसन को प्रधानमंत्री पद का प्रबल दावेदार मान रहे हैं, लेकिन कंजर्वेटिव पार्टी में उनकी छवि एक अनुशासित कार्यकर्ता की बजाय चमत्कारिक व्यक्तित्व वाले एक अवसरवादी नेता की है।
यदि जानसन प्रधानमंत्री पद की दौड़ में शामिल होते हैं, तो उन्हें 59 वर्षीया होम सेक्रेटरी थेरेसा मे से कड़ी चुनौती का सामना करना होगा। थेरेसा मे प्रधानमंत्री डेविड कैमरून की कैबिनेट की सबसे प्रभावशाली सदस्य हैं और सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी के अंदर भी उनकी छवि काफी अच्छी है।
दो चरणों में होगा चुनाव
ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री के चुनाव की प्रक्रिया दो चरणों में होगी। पहले चरण में जो भी दावेदार सामने आएँगे, उनमें से सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी के 300 सांसद दो का चुनाव करेंगे। जिन दो दावेदारों को सबसे अधिक वोट मिलेंगे, वे चुनाव के अगले चरण में जाएंगे। इस चरण में कंजर्वेटिव पार्टी के सदस्य उन दो में से किसी एक का चुनाव का करेंगे और वही दावेदार ब्रिटेन का अगला प्रधानमंत्री होगा।