नई दिल्ली। दो बार के ओलंपिक पदक विजेता भारतीय हॉकी खिलाड़ी स्व शंकर लक्ष्मण को शनिवार को हॉकी इंडिया के दूसरे वार्षिक पुरस्कारों के दौरान मेजर ध्यानचंद लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार दिया गया।
पूर्व कप्तान एवं गोलकीपर खिलाड़ी स्व लक्ष्मण को इस पुरस्कार के लिए 30 लाख रुपए की इनामी राशि और एक ट्रॉफी दी गई।
मेजर ध्यानचंद लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार में सबसे बड़ी दावेदारी स्व शंकर लक्ष्मण की थी। उनके आंकड़े और इतिहास बताता है कि विपक्षी टीम उनके लिए खास रणनीति बनाती थी।
स्व शंकर लक्ष्मण भारत के एकमात्र ऐसे गोलकीपर है जिन्हें भारत सरकार ने अर्जुन अवॉर्ड और पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया था। लक्ष्मण 1956 के मेलबर्न और 1964 के टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक विजेता भारतीय टीम के गोलकीपर थे।
इसके अलावा वह 1960 ओलंपिक में रजत पदक विजेता टीम में गोलकीपर रहे। इसके साथ ही उनके नेतृत्व में भारतीय टीम ने 1966 एशिया खेलों स्वर्ण पदक अपने नाम किया।