नक्सलियों के आईईडी विस्फोट में सुरक्षा बलों के 9 जवान शहीद, कुछ घायल

बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर से दूर कुटरू मार्ग पर नक्सलियों ने आईईडी विस्फोट कर सुरक्षाबलों की एक वाहन को उड़ा दिया जिससे 9 जवान शहीद हो गए तथा कुछ जवान घायल हो गए।

इससे पहले मुठभेड़ में महिला माओवादी समेत पांच नक्सलियों को ढेर कर सोमवार अपराह्न लौटते समय नक्सलियों ने शक्तिशाली विस्फोटक उपकरण (आईईडी) का विस्फोट किया। नक्सलियों ने ये हमला बीजापुर जिले के कुटरू-बेद्रे रोड पर उस वक्त किया, जब दंतेवाड़ा, नारायणपुर और बीजापुर की संयुक्त ऑपरेशन पार्टी ऑपरेशन करके वापस लौट रही थी। हमला अपराह्न दो बजकर 15 पर कुटरू थाना क्षेत्र के अंबेली गांव के पास हुआ था। नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट कर सुरक्षाबल के वाहन को उड़ाया दिया।

विस्फोट इतना भयंकर था कि इसके कारण मौके पर 15 फीट का गढ्ढा बन गया। बस्तर रेंज के आईजी सुंदरराज पी ने इस हादसे में आठ जवान और एक ड्राइवर के शहीद होने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि इस अभियान में नारायणपुर, दंतेवाड़ा, जगदलपुर व कोंडागांव की डीआरजी टीमों के साथ स्पेशल टास्क फोर्स के जवान भी शामिल थे।

उन्होंने बताया कि बीजापुर से दूर कुटरू थाना क्षेत्र के ग्राम अंबेली के पास आज नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट कर सुरक्षा बलों के जवानों को उड़ा दिया। कुछ जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल जवानों को हेलीकॉप्टर से रायपुर ले जाया गया रहा है।

बीजापुर में नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन चल रहा था। सुबह सोमवार को सुबह सर्चिंग के लिए निकली थी। कुछ सूत्रों ने घायल जवानों की संख्या में भी बढ़ोतरी की आशंका जताई है।

सुंदरराज पी ने बताया कि बीजापुर से संयुक्त ऑपरेशन पार्टी ऑपरेशन कर वापस लौट रही थी। वहीं अबूझमाड़ के जंगल में शनिवार देर रात मुठभेड़ में एक डीआरजी जवान प्रधान आरक्षक सन्नू कारम शहीद हुए थे। वहीं, जवानों ने एक महिला नक्सली समेत पांच माओवादियों को भी मार गिराया था।

नक्सलियों के हमले में जवानों की मौत पर शाह ने दुख व्यक्त किया

केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ के बीजापुर में नक्सलियों द्वारा किये गये विस्फोट में जिला रिजर्व गार्ड के जवानों की मौत पर दुख व्यक्त किया है। शाह ने सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि बीजापुर (छत्तीसगढ) में आईईडी विस्फोट में जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के जवानों को खोने की सूचना से अत्यंतु दुखी हूं।

वीर जवानों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। इस दुख को शब्दों में व्यक्त कर पाना असंभव है लेकिन मैं विश्वास दिलाता हूं कि हमारे जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। हम मार्च 2026 तक भारत की भूमि से नक्सलवाद को समाप्त करके ही रहेंगे।