पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। कुमार ने जनता दल यूनाइटेड के विधायकों, सांसदों और वरिष्ठ नेताओं के साथ मुख्यमंत्री आवास में बैठक में इस्तीफा देने के निर्णय की जानकारी दी। इसके बाद वह अपने वरिष्ठ मंत्रिमंडल सहयोगी विजेंद्र प्रसाद यादव के साथ राजभवन जाकर राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर को इस्तीफा सौंप दिया।
राज्यपाल से मिलकर लौटने के बाद कुमार ने राजभवन के बाहर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सबकी राय सुनने के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है और इसके साथ ही उनके नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार अब अस्तित्व में नहीं रह गई है। उन्होंने कहा कि महागठबंधन की सरकार करीब डेढ़ साल तक चली लेकिन अब साथ रहना मुश्किल हो गया था। सभी ओर से और पार्टी के सहयोगियों से भी सुझाव मिल रहे थे कि महागठबंधन से अलग हो जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि महागठबंधन की सरकार में सब कुछ ठीक से नहीं चल रहा था, जिसके बाद उन्होंने मीडिया से बात करना भी बंद कर दिया था। उन्होंने कहा कि अब राज्य में नए गठबंधन की सरकार बनेगी। इसके घटक दलों के नेता आज ही मिलेंगे और उसके बाद जल्द ही नई सरकार के संबंध में निर्णय लिया जाएगा।
कुमार से जब पत्रकारों ने उनपर राजनीतिक अवसरवादी होने के आरोपों पर सवाल किया तब वह सीधा जवाब देने से बचते रहे और केवल इतना कहा कि गठबंधन में चीजें ठीक नहीं चल रही थीं। इसके कारण यह कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा।