अजमेर। महिला इंजीनियरिंग कॉलेज में राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के सात दिवसीय विशेष शिविर का समापन समारोह आयोजित किया गया। इसमें स्वयंसेविकाओं को समाज सेवा के महत्व को समझने और उसे अपने जीवन में अपनाने का अवसर प्रदान किया गया।
महिला इन्जिनियरिंग कॉलेज की प्राचार्या डॉ. प्रकृति त्रिवेदी ने बताया कि महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना का विशेष शिविर 5 मार्च से आरम्भ हुआ। इस सात दिवसीय शिविर का समापन समारोह मंगलवार को आयोजित किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक शिवराज और अशोक थे।
उन्होंने अपने संबोधन में सेवा और विवेकपूर्ण सेवा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सेवा का सच्चा अर्थ निःस्वार्थ भाव से समाज के प्रति समर्पित होना है। विवेकपूर्ण सेवा हमें यह सिखाती है कि हम अपनी क्षमताओं का उपयोग समाज की भलाई के लिए कैसे करें। उन्होंने स्वयंसेविकाओं को समाज सेवा के प्रति प्रेरित किया।
उनके प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इस शिविर के माध्यम किए गए कार्य समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने में सहायक होंगे। अन्य गणमान्य अतिथियों में नरेंद्र रावत, नरेंद्र सिंह चुंडावत, भीम, तखत और जितेंद्र शामिल रहे। उन्होंने स्वयंसेविकाओं के कार्यों की प्रशंसा की।
कॉलेज की प्राचार्या ने स्वयंसेविकाओं को संबोधित करते हुए उनके समर्पण और सेवा भावना की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस शिविर के माध्यम से समाज सेवा के विभिन्न पहलुओं को समझा है। यह नेतृत्व कौशल के विकास में सहायक होगा। उन्होंने स्वयंसेविकाओं को समाज सेवा के माध्यम से नेतृत्व कौशल विकसित करने के लिए प्रेरित किया। समाज सेवा न केवल दूसरों की मदद करती है, बल्कि यह हमारे व्यक्तित्व को भी निखारती है।
शिविर के दौरान स्वयंसेविकाओं ने बाल प्रकाश विद्यालय बड़गांव का दौरा किया। वहां उन्होंने बच्चों के साथ समय बिताया। उन्हें पढ़ाया, खेल खिलाए, पेंटिंग करवाई, पाव भाजी और आइसक्रीम खिलाई तथा नींबू पानी पिलाया।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मालती और मिकी कंवर उपस्थित रहीं। उन्होंने स्वयंसेविकाओं के प्रयास की सराहना की। मालती ने कहा कि यह सेवा बच्चों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाएगी। इस अवसर पर गोविंद रावत ने बच्चों को फल वितरित किए। एनएसएस सदस्य सुनीता यादव ने मुख्य अतिथियों का आभार व्यक्त किया।
इस सात दिवसीय शिविर के माध्यम से स्वयंसेविकाओं ने सामाजिक सेवा, नेतृत्व विकास और सामुदायिक सहभागिता के महत्वपूर्ण पहलुओं को सीखा। बाल प्रकाश विद्यालय में की गई गतिविधियों ने बच्चों के जीवन में सकारात्मक प्रभाव डाला। स्वयंसेविकाओं को सेवा की वास्तविक भावना से परिचित कराया। समापन समारोह ने सभी प्रतिभागियों को समाज सेवा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत करने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम के अंत में एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी अमरजीत पूनिया एवं सह-समन्वयक डॉ. नीतू राठौड़ ने सभी अतिथियों, स्वयंसेविकाओं और आयोजन समिति का धन्यवाद ज्ञापित किया। एनएसएस सात दिवसीय शिविर की स्वयंसेविकाओं को प्रमाण पत्रा प्रदान किए गए।