अजमेर। स्वच्छ भारत के लिए स्वभाव और संस्कारों में स्वच्छता लाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय स्तर पर चलाई जा रही मुहिम के अन्तर्गत सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक/स्वयंसेविकाओं ने मंगलवार को एनएसएस दिवस के उपलक्ष्य पर स्वच्छता ही सेवा की शपथ ली। इस मौके पर जागरूकता का सन्देश फैलाने के लिए रैली का आयोजन कर कचरे का एकत्रीकरण किया।
कार्यक्रम का आरम्भ दीप प्रज्वलन एवं एनएसएस गीत के साथ किया गया। एनएसएस प्रभारी डॉ. आशुतोष पारीक ने अतिथियों का स्वागत एवं कार्यक्रम की जानकारी दी। कार्यक्रम के अध्यक्ष प्राचार्य प्रो (डॉ) मनोज कुमार बहरवाल ने स्वच्छता के लिए संकल्पित होने का आह्वान करते हुए कहा कि स्वच्छता का आगाज़ स्वयं से ही शुरू हो सकता है। उन्होंने स्वच्छता को आदत और सम्मान का प्रतीक बनाने पर ज़ोर दिया और स्वच्छता की शपथ दिलाई।
विशिष्ट अतिथि एवं सहायक निदेशक कॉलेज शिक्षा प्रो सुशील कुमार बिस्सु ने स्वच्छता के लिए तन, मन और धन से जुटने की बात कही। बिस्सु ने कहा कि भारत को स्वच्छ बनाने के लिए हमें हर पल प्रयत्नशील होना होगा। कचरा न फैलाएं और न फैलाने दें को आदत बनाना होगा। स्वच्छ भारत ही स्वस्थ भारत की नींव है और वर्तमान युग की पहली आवश्यकता है।
विशिष्ट व्याख्यान के अंतर्गत अर्थशास्त्र विभाग के सह आचार्य एवं पूर्व एनएसएस अधिकारी डॉ. अनूप कुमार आत्रेय ने एनएसएस के स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम की व्यापकता से परिचित कराते हुए कहा कि भारत का प्राचीन गौरव उसके स्वच्छ और स्वस्थ इतिहास का प्रमाण है। आत्रेय ने कहा कि स्वच्छता ही सेवा की थीम पर आयोजित इस कार्यक्रम में स्वभाव स्वच्छता : संस्कार स्वच्छता के सुदृढता से पोषण करने की बात कही गई है।
भारत में पिछले एक दशक से स्वच्छता की ओर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सरकारी स्तर पर हर सम्भव प्रयास किया जा रहा है, लेकिन जब तक हमारे स्वभाव में स्वच्छता नहीं आएगी, तब तक स्वच्छ भारत का लक्ष्य प्राप्त करना संभव नहीं है। अतः हम सभी अपने स्वभाव में स्वच्छता का पोषण करें और संस्कारों के द्वारा उसे पूरे समाज में फैलाएँ। राष्ट्रीय सेवा योजना के आयोजन किसी दिन के लिए नहीं, अपितु हर दिन के लिए होते हैं। अतः स्वयं स्वच्छ बनें और अन्यों को स्वच्छ बनने का संदेश देने वाले बनें।
इस अवसर पर प्राचार्य प्रो. बहरवाल व सहायक निदेशक बिस्सु ने जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जागरूकता रैली के जरिए स्वयंसेवक और स्वयंसेविकाओं ने स्वच्छ भारत का संदेश दिया और गन्दगी न फैलाने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर प्रो. मनोज कुमार यादव, प्रो. जितेन्द्र मारोठिया, प्रो. पोरस कुमार, प्रो. आदित्य शर्मा भी उपस्थित थे। प्रत्येक स्वयंसेवक ने 2.5 किलोग्राम कचरा इकट्ठा करने के लक्ष्य को पूरा करने का संकल्प भी दोहराया।
गतिविधियों का संचालन विज्ञान इकाई के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. उमेश दत्त एवं संयोजन वाणिज्य इकाई के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. विजय कुमार नारवाल ने किया। लक्ष्य चौहान, गोविन्द राम भाटी, मीनाक्षी शर्मा, मोनिका राजावत, अवतरित गुप्ता आदि एनएसएस स्वयंसेवक और स्वयंसेविकाओं का विशेष योगदान रहा।