जम्मू। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक (आरएसएस प्रमुख) डॉ. मोहन भागवत ने रविवार को कहा कि केवल भारत ही दुनिया को शांति और समृद्धि की ओर ले जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारे पास समृद्ध मूल्य हैं जो समृद्धि ला सकते हैं।
डॉ भागवत ने जम्मू और कश्मीर के कठुआ जिले के स्पोर्ट्स स्टेडियम में स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे पास ऐसे मूल्य हैं जिनके माध्यम से हम सभी को समृद्ध बना सकते हैं और यह मौजूदा परिदृश्य की आवश्यकता है। सनातन धर्म का उत्थान ही भारत का उत्थान है। धर्म सभी को जोड़ता है, संतुलन बनाता है और सभी भारतीय परंपराएँ धर्म पर आधारित हैं।
उन्होंने कहा कि हमें देश के लिए श्रेयस्कर बनना होगा क्योंकि जिसके पास ताकत होती है दुनिया उसका सम्मान करती है। उन्होंने कहा कि भारत माता के पुत्र हमारे भाई हैं और हम सभी को जाति व्यवस्था से ऊपर उठना है और भारत माता के साथ खड़े होकर, मिलकर भारत को महान बनाना है।
उन्होंने कहा कि संघ धर्म को जोड़ने वाला और सभी को जोड़ने वाला है और शाखा ही इसका एकमात्र माध्यम है। शाखा से अनुशासन आता है और व्यक्ति को विनम्र बनाता है। हमें अपनी व्यक्तिगत और राष्ट्रीय विशेषताओं को शुद्ध बनाना होगा ताकि कोई हम पर उंगली उठाने की हिम्मत न कर सके।
डॉ. भागवत जम्मू के तीन दिवसीय दौरे पर थे और कठुआ रवाना होने से पहले उन्होंने प्रसिद्ध काली मंदिर में पूजा-अर्चना की। उन्होंने कठुआ में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।