अविमुक्तेश्वरानंद के खिलाफ खुला मोर्चा, महाकुंभ मेले से बाहर करने की अपील

महाकुंभनगर। महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर हुए हादसे को लेकर ज्योतिर्मठ पीठ के महंत स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती द्वारा सरकार की आलोचना और मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग करने के बाद उनके खिलाफ तीखे हमले शुरु हो गए हैं और मुख्यमंत्री को खून से पत्र लिखकर उन्हें मेला से बाहर करने की अपील की गई है।

श्री कृष्णा जन्मभूमि संघर्ष न्यास (मथुरा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिनेश फलाहारी ने मंगलवार को सेक्टर पांच में हरिशचंद्र मार्ग स्थित अपने शिविर में बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपने खून से पत्र लिख कर स्वामी अविन्मुतेश्वरानंद सरस्वती को कुंभ से बाहर करने के अपील की है। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी राजनीतिक पार्टियों से मिलकर कथित कथित शंकराचार्य दिव्य महाकुंभ में अफवाह फैला रहे हैं। वह चांदी के सिंहासन पर बैठकर सरकारी सुविधा लेकर विपक्षी पार्टियों की भाषा बोल रहे हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि 56 इस्लामिक राष्ट्र और विपक्षी पार्टियां मिलकर कुंभ को बदनाम करने में लगी हुई है। सभी 13 अखाड़ों ने स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का विरोध करना शुरू कर दिया है। योगी आदित्यनाथ हिंदुओं के हृदय सम्राट है। उनको इस्तीफा नहीं देने देंगे। कथित शंकराचार्य ने तब इस्तीफा नहीं मांगा जब राम भक्तों पर गोलियां चलाई गई थी, हिंदुओं के आराध्य भगवान श्रीराम को काल्पनिक बताया गया उनसे इस्तीफ़ा क्यों नहीं मांगा। जब तक योगी महराज हैं तब तक ही हिंदू सुरक्षित है, हम इनको खोना नहीं चाहते हैं।

गौरतलब है कि यह वही दिनेश फलाहारी हैं जिन्होंने संकल्प दिया था कि जब तक कृष्ण जन्मभूमि मंदिर से ईदगाह मस्जिद नहीं हट जाती तब तक अन्न ग्रहण नहीं करेंगे। आज कई वर्ष बीत जाने के बाद भी अनशन पर हैं।