राजस्थान विधानसभा के दूसरे सत्र के पहले दिन ही विपक्ष का हंगामा

जयपुर। राजस्थान की सोलहवीं विधानसभा के दूसरे सत्र की बुधवार को शुरुआत हुई और इसके पहले दिन ही सत्र की शुरुआत राज्यपाल के अभिभाषण के साथ होने की मांग को लेकर विपक्ष के सदस्यों ने जोरदार हंगामा किया।

सत्र पूर्वाह्न ग्यारह बजे शुरु होते ही नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि सत्र की शुरुआत राज्यपाल के अभिभाषण के साथ होनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि यह संविधान के नियमों का उल्लंघन है। साल के पहले सत्र की शुरुआत राज्यपाल के अभिभाषण से कराने का नियम है। विपक्ष के सदस्यों के हंगामा करने पर संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि सत्र की शुरुआत नियमों के तहत ही हुई है।

पटेल ने नियमों का हवाला देते हुए कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण आम चुनाव के बाद सत्र शुरु होने पर एक बार ही होता है। उन्होंने कहा कि यह दूसरा सत्र है और पहला सत्र इससे पहले हो चुका। ऐसे में हर बार राज्यपाल का अभिभाषण नहीं होता। इस पर जूली ने कहा कि इस साल का पहला सत्र अब शुरु हुआ है और इसकी शुरुआत राज्यपाल के अभिभाषण से होनी चाहिए।

विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने व्यवस्था देकर सदन को सुचारू करने की कोशिश की लेकिन विपक्ष के सदस्य हंगामा करते रहे। इस पर देवनानी ने कहा कि पहला सत्र गत दिसंबर में शुरू हुआ था जो कि जनवरी तक चला और पहले सत्र में राज्यपाल का अभिभाषण हो गया और अब दूसरे सत्र में अभिभाषण की कोई जरुरत नहीं हैं।

इस दौरान जूली ने उनका माइक बंद करने का आरोप लगाते हुए कहा कि संसद के बाद अब विधानसभा में भी विपक्ष के नेताओं की आवाज दबाने के लिए माइक बंद किए जा रहे है। बाद में श्री देवनानी ने कहा कि सबकी बात सुनी जाएगी अभी सत्र शुरु हुआ हैं इसे सुचारु रुप से चलने दे और सभी सदस्य अपनी जगहों पर जाए। इसके बाद विपक्ष के सदस्य अपनी जगह पर आ गए। सत्र के पहले दिन सदन की कार्यवाही शुरु होने के बाद करीब 25 मिनट तक विपक्ष ने हंगामा किया और नारेबाजी की।

हंगामे के बीच ही बांसवाड़ा जिले के बागीदौरा विधानसभा क्षेत्र से नवनिर्वाचित विधायक जयकृष्ण पटेल को विधानसभा सदस्य पद की शपथ दिलाई गई। जयकृष्ण पटेल ने हिन्दी में शपथ ली। भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) के जयकृष्ण पटेल ने बागीदौरा में हुए उपचुनाव में पहली बार विधायक चुने गए।

देवनानी ने सांसद ओम बिरला के पुन: लोकसभा अध्यक्ष निर्वाचित होने पर उनके लिए बधाई संदेश पढ़ा। बाद में सदन में गुजरात, त्रिपुरा एवं मिजोरम की पूर्व राज्यपाल कमला बेनीवाल, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर जोशी एवं राजस्थान के कई पूर्व विधायकों के निधन पर उनके लिए शोकाभिव्यक्ति की गई। सदन में उत्तरप्रदेश के हाथरस में सत्संग में भगदड़ मचने से 121 लोगों की मौत पर भी शोक प्रकट किया गया। इसके बाद 11 बजकर 40 मिनट पर सदन की कार्यवाही गुरुवार पूर्वाह्न ग्यारह बजे तक स्थगित कर दी गई।